नवादा : नवादा के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड में स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत मिलने वाली राशि के अवैध हस्तांतरण के एक मामले का पर्दाफाश हुआ है। मामले से परदा उठते ही जिला योजना पदाधिकारी ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है।
बताया जाता है कि 44 युवाओं को मिलने वाली 3 लाख 74 हजार की राशि महाराष्ट्र के भारतीय स्टेट बैंक के एक खाते में ट्रांस्फर कर ली गयी। बाद में उसकी निकासी भी करा ली गयी। इस बाबत जिला योजना पदाधिकारी कृष्ण देव राम ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। आरोप है कि प्रखंड क्षेत्र के समरसपुर गांव के वीरेन्द्र यादव के भारतीय स्टेट बैंक के खाते में 5 अक्टूबर को 198 बार में एक—एक हजार रुपये व 17 अक्टूबर को 176 बार में एक—एक हजार रुपये की राशि का हस्तांतरण फर्जी तरीके से किया गया। बाद में यादव द्वारा बैंक खाते से 3 लाख 74 हजार रुपये की निकासी भी करा ली गयी। उक्त राशि की निकासी महाराष्ट्र के रायगढ जिले के रायसेनी स्थित भारतीय स्टेट बैंक के खाता नम्बर 3415291640 से की गयी है।
लाभुकों के खाते में न जाकर फर्जी तरीके से दूसरे के खाते में राशि जाने से प्रशासनिक महकमे में हङकंप मच गया है। उक्त मामले में रजौली एसडीएम चन्द्रशेखर आजाद व एसडीपीओ संजय कुमार ने आरोपी वीरेन्द्र यादव की पत्नी सुगिया देवी को हिरासत में ले पूछताछ आरंभ की है।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस मामले के बारे में रजौली के एसडीपीओ संजय कुमार ने कहा कि उक्त राशि का हस्तांतरण कैसे और किसने किया यह जांच का विषय है। मामले की प्राथमिकी दर्ज कर जांच आरंभ की गयी है। इसके लिये विशेष जांच टीम गठित की गयी है।