8 जनवरी को साल का पहला रवि पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि भी

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पटना : कल 8 जनवरी 2023 को इस साल का पहला रवि पुष्य योग बन रहा है। इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी बनेगा इसलिए खरीदारी और नई शुरुआत के लिए पूरा दिन शुभ रहेगा। रविवार और पुष्य योग के संयोग को भारतीय ज्योतिष परंपरा में सबसे अच्छा मुहूर्त बताया गया है। इस नक्षत्र को देवताओं के द्वारा पूजा जाने वाला कहा गया है।

ज्योतिर्विद ने बताया कब बनता है पुष्य योग

पटना बोरिंग रोड के रहने वाले ज्योतिर्विद नीरज मिश्रा के अनुसार भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आकांश मंडल में 27 नक्षत्र होते हैं। इसमें पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ माना जाता है। कल 8 तारीख को साल का पहला पुष्य नक्षत्र रहेगा और रविवार होने की वजह से रविपुष्य संयोग भी बनेगा। साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग होने की वजह से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। धर्मग्रंथों के अनुसार इस संयोग में किए गए कार्यों में सफलता मिलने की प्रबल संभावना होती है। इसलिए ऐसे संयोग में खरीदारी, लेन-देन देश के साथ ही नौकरी और बिजनेस में नई शुरुआत करना लाभप्रद माना जाता है। रवि पुष्य नक्षत्र के दिन मंदिर में दीपक अवश्य जलाना चाहए। इससे कार्यों में आनेवाली अड़चनें समाप्त होती हैं। इस दिन मां लक्ष्मी को लाल पुष्प अर्पित करने से धन में वृद्धि होती है।

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वर्ष 2023 में कुल 7 पुष्य योग शुभ मुहूर्त्त

ज्योतिर्विद नीरज मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2023 में पांच बार रवि पुष्य और दो बार गुरु पुष्य योग का संयोग बनेगा। 2013 में 8 जनवरी के अलावा 5 फरवरी, 10 सितंबर, 8 अक्टूबर और 5 नवंबर को रवि पुष्य योग का संयोग बनेगा। जबकि इस वर्ष 27 अप्रैल और 25 मई को गुरु पुष्य योग का संयोग बन रहा है। इस प्रकार पूरे साल में पुष्य नक्षत्र से 7 बड़े शुभ मुहूर्त बनेंगे।इस नक्षत्र में किए गए कामों में स्थायित्व का भाव होता है। इसलिए पुष्य नक्षत्र में ऐसे काम करने चाहिए जो लंबे समय तक चलें और जिनमें बदलाव करने की प्रकृति न हो।

     नीरज मिश्रा
(ज्योतिर्विद, पटना)

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