पटना : राजधानी के गांधी मैदान के निकट जेपी गोलम्बर के पास आज बिहार अभियंत्रण सेवा संघ ने राज्य सरकार के रवैये को लेकर अपना आक्रोश प्रकट किया। अभियंताओं ने ऐलान किया कि यदि सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो 17 जनवरी से बिहार भर के इंजीनियर सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। और अगर सरकार इससे भी नहीं मानेगी तो मार्च में एक और बड़ा फैसला हमलोग लेंगे जिसकी घोषणा बाद में करेंगे। इस धरना में कई जिलों के सहायक अभियंता, अभियंताओं ने भाग लिया। बिहार अभियंता संघ के अध्यक्ष अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इंजीनियरिंग के रिक्त पदों पर बहाली न कर पाने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त करवाई की जानी चाहिए। सहायक अभियंता की नियुक्ति संघ लोक सेवा आयोग से अलग करके सरकार ने अभियंता सेवा के स्तर को गिराने का काम किया है। इंजीनियरों की वाजिब मांग को नहीं मानने से साफ हो गया है कि सरकार विकास को लेकर gambhir नहीं है । केंद्र के इंजीनियर जितना बेतन यहाँ के अभियंताओं को भी मिलना चाहिए। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि गैर तकनीकी क्षेत्रों में इंजीनियर की नियुक्ति सरासर गलत है। इससे उनकी गुणवत्ता और क्षमता प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का मुख्यमंत्री भी इंजीनियर है लेकिन ऐसे मुख्यमंत्री के रहते हुए भी हमारी उपेक्षा बहुत ही दुखद है।
वर्तमान में सहायक अभियंताओं कोएक्सक्यूटिव इंजीनियर बनने में20 साल लग जाते हैं। अतः इसके अड़चन को दूर करने के लिए अभियंत्रण सेवा का गठन किया जाय। साथ ही राज्य में बेहतर तकनीक माहौल हो उसके लिए स्टेट इंजिनीरिंग कमीशन बनाया जाय।
मानस दुबे
Swatva Samachar
Information, Intellect & Integrity