पटना : पुराना सचिवालय स्थित सभाकक्ष में 01 से 15 अगस्त तक मनाए जाने वाले वन महोत्सव की तैयारियों के मद््देनजर पटना की विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि वन विभाग की ओर से इस साल एक करोड़ व मनरेगा के तहत 50 लाख पौधारोपण का लक्ष्य है। सड़कों के चैड़ीकरण व अन्य निर्माण के लिए अब कोई पेड़ नहीं कटेगा, पेड़ों को स्थानांतरित करने का प्रयोग हैदराबाद की एक कंपनी के सहयेग से किया जा रहा है।
आम लोगों की सहभागिता से वन महोत्सव को आंदोलन बना कर सफल करने की अपील करते हुए कहा कि संस्थानों के परिसर में वन विभाग द्वारा मुफ््त मेें पौधा देकर रोपण किया जायेगा, मगर उसकी देखभाल की जिम्मेवारी संस्थानों की होगी। निजी तौर पर पौधा लगाने वालों से प्रति पौधे 10 रुपये का शुल्क लिया जायेगा। पटना में लगाए जाने वाले 1 लाख पौधों में से शहरी क्षेत्र में 28 हजार पौधे गैबिनयन में लगाए जायेंग। लगाए जाने वाले पौधे 2 वर्ष पुराने व 3-4 फीट लम्बे होंगे।
श्री मोदी ने कहा कि वन महोत्सव के पहले दिन 01 अगस्त को पटना के वेटनरी काॅलेज परिसर में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में ससमारोह एक साथ एक हजार पौधारोपण किया जायेगा। 15 अगस्त तक पूरे बिहार में यह अभियान चलेगा और इसमें स्कूल, काॅलेज, स्वयंसेवी संस्थाएं, उद्योग-व्यापार से जुड़ी संस्थाएं व आम लोगों की सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी। इसी बीच 09 अगस्त को बिहार पृथ्वी दिवस का भी भव्य आयोजन कर उसमें शैक्षणिक संस्थाओं को जोड़ा जायेगा। पेड़ों के संरक्षण के लिए प्रतिवर्ष प्रतीकात्मक रूप से रक्षाबंधन के दिन पेड़ों को रक्षासूत्र बांध कर उसे बचाने का संकल्प लिया जाता है।
उन्होंने कहा कि झारखंड के अलग होने के बाद बिहार के 25 जिलों में प्राकृतिक वन क्षेत्र नहीं था। पहले कृषि रोड मैप (2012-17) के दौरान 24 करोड़ पौधारोपण के लक्ष्य के विरूद्ध 18 करोड़ 47 लाख पौधे लगाये गए। भारतीय वन सर्वेक्षण संस्थान के अनुसार बिहार का ग्रीन कवर फिलहाल 15 प्रतिशत तक हो गया है जबकि इसे 17 प्रतिशत तक करने की कोशिश की जा रही है।
बैठक में पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, पटना के डीएम, बीएमपी-5 के कमांडेंट, रेड क्रास, तरूमित्रा, पूर्व-मध्य रेल, दानापुर, बिहार रेजिमेंटल काॅलेज, दानापुरा, बीआईए, बिहार चैंबर आॅफ काॅमर्स, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, नालंदा मेडिकल काॅलेज, एमिटी यूनिवर्सिटी, आर पी शर्मा आईटी काॅलेज, पटना डेंटल काॅलेज,पटना काॅलेजिएट स्कूल, आयुर्वेद महाविद्यालय, डीपीएस पटना, केन्द्रीय विद्यालय, दानापुर, बीएस काॅलेज, दानापुर आदि के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।