पटना : 13-पॉइन्ट रोस्टर को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा आहूत भारत बंद का बिहार में मिलाजुला असर देखने को मिला। गैर एनडीए घटक दलों के कार्यकर्ता जगह—जगह सड़क जाम व विरोध प्रदर्शन करते दिखे। इससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ। बंद के कारण ऑफिस जानेवाले, गाड़ी पकड़ने वाले तथा आवश्यक कार्य हेतु सरकारी कार्यालय जाने वाले लोग परेशान दिखे। सबसे ज्यादा दिक्कत सीबीएससी की 12वीं के परीक्षार्थियों को हुई। उनके अभिवावक काफी परेशान दिखे।
राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहे पर आज कई संस्थाओं और संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन किया। भीम आर्मी, एआईएसएफ, बहुजन मुक्ति पार्टी समेत कई संस्थाएं इसमें शामिल रहे।
भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष अमर आज़ाद ने कहा कि आज के भारत बंद में हमारी पार्टी पूरा समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा कि 13 रोस्टर का यह नियम यदि सरकार लागू कर देगी तो इसका सबसे ज्यादा खामियाजा एससी/एसटी को होगा। अमर आज़ाद ने उदाहरण देते हुए बताया कि यूनिवर्सिटी में 3 पोस्ट प्रॉफेसर के लिए निकलता है तो इसमें तीनों सीटे जनरल कैटेगरी को चली जायेगी। हम पिछड़े के पिछड़े ही बने रह जाएंगे। वहीं एआईएसएफ के सचिव अनीस ने बताया कि आरक्षण के किसी भी हिस्से में यदि सरकार छेड़छाड़ करेगी तो इसके गंभीर अंजाम भुगतने को तैयार रहना होगा।
राजधानी पटना को उत्तर बिहार को जोड़ने वाला गांधी सेतु पर भी यातायात बाधित किये जाने की सूचना है। वैशाली ज़िले में कार्यरत एक स्कूल की शिक्षिका शबनम कुमारी ने बताया कि बंद के कारण बस गांधी सेतु पर सुबह 8 बजे से खड़ी है। वैशाली ज़िले के तेरसिया एवं जढुआ में बंद समर्थकों ने सड़क मार्ग को जाम कर दिया जिससे गांधी सेतु पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी।
सुबह से ही बंद समर्थक जगह—जगह गोलबंद होने लगे थे। बंद समर्थकों का जत्था कहीं ट्रेन रोकने में मशगूल दिखा तो कहीं सड़क यातायात को बाधित कर विरोध प्रदर्शन करता नजर आया। भोजपुर ज़िले के आरा में ट्रेन रोक रहे 10 से ज्यादा आइसा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
बंद समर्थक रेलवे स्टेशन पहुंचे थे जहां जीआरपी और आरपीएफ ने उन्हें हिरासत में ले लिया। आइसा कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद-पटना ट्रेन के परिचालन को बाधित किया था। नवादा में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के द्वारा पटना-रांची एनएच 31 को जाम कर प्रदर्शन किया गया। स्थानीय सद्भावना चौक को पूरी तरह से ठप्प कर दिया गया जिसके कारण गया, पटना, रांची आने जाने वाले सभी वाहन जाम में फंसे रहे । बंद समर्थकों का कहना है कि जबतक इस 13 रोस्टर पॉइंट को वापस नहीं ले लिया जाता आंदोलन जारी रहेगा ।
भाकपा के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा है कि 13 पॉइन्ट रोस्टर लागू होने से दलित, आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के लोग विश्वविद्यालयों एवं कॉलेज में नियुक्त नहीं हो सकेंगे। उन्होंने कहा की 13 पॉइन्ट रोस्टर समाप्त कर विश्विद्यालय स्तरीय रोस्टर के माध्यम से कॉलेज एवं विश्वविद्यालय शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए। इसके लिए सरकार से तत्काल अध्यादेश लाये जाने की उन्होंने मांग की।