नयी दिल्ली : आज सोमवार को ‘बरसात में की गई गलती की सजा जाड़े’ में मिलने का अलग ही वाकया हुआ। सजा भी किसी आम को नहीं बल्कि राज्यसभा के 12 सांसदों को मिली है। राज्यसभा के मानसून सत्र में हंगामा और अनुशासनहीनता के आऱोप में इन सासंदों को आज शीतकालीन सत्र के पहले दिन निलंबित कर दिया गया। जिनको निलंबित किया गया है उनमें कांग्रेस, टीएमसी, शिवसेना, सीपीएम के सांसद शामिल हैं।
मॉनसूत्र सत्र की अनुशासनहीनता
दरअसल इस वर्ष जुलाई में शुरू हुए मॉनसून सत्र को पूर्व निर्धारित समय से दो दिन पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। पेगासस जासूसी मामले और तीन कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण लोकसभा में जहां मात्र 22 प्रतिशत वहीं राज्यसभा में महज 28 प्रतिशत ही कामकाज हो पाया था।
आज से शुरू हुआ शीतकालीन सत्र
अब इसी को लेकर राज्यसभा सभापति ने संसद के शीतकालीन सत्र के आगाज वाले दिन कार्रवाई की। जिन 12 सांसदों को निलंबित किया गया है उसमें एलामारन करीम CPM से और कांग्रेस की फूले देवी, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह और सीपीआई के बिनय विश्वम, टीएमसी की डोला सेना व शांता छेत्री, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई शामिल हैं।