100 बच्चों को लील गया चमकी, डॉ. हर्षवर्द्धन मुजफ्फरपुर पहुंचे
मुज़फ़्फ़रपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में महामारी का रूप ले चुके चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या आज 97 पहुंच गई। इसके साथ ही आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने मुजफ्फरपुर का दौरा किया व एसकेएमसीएच में बच्चों का हाल जाना। उनके साथ स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे व बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, सांसद अजय निषाद भी मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री फिलहाल अस्पताल के पीआईसीयू में भर्ती बच्चों व उनके परिजनों से जानकारी ले रहे हैं। इसके बाद वे मुजफ्फरपुर में ही एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। बीमारी से अब तक करीब— करीब 100 के आसपास मौतें हो चुकी हैं, वहीं प्रतिदिन बच्चों के मरने और बीमार होने का सिलसिला जारी है। मंत्री के साथ भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रामसूरत राय सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व नेता उपस्थित हैं।
15 दिनों से लगातार जारी बच्चों की मौत का तांडव
भीषण गर्मी के बीच बिहार के मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के जिलों में फैले दिमागी बुखार या चमकी बुखार से 15वें दिन शनिवार को 12 बच्चों की मौत हो गई। आठ बच्चों की मौत एसकेएमसीएच व चार की मौत कांटी पीएचसी में हुई। इसमें तीन इलाजरत बच्चों की मौत हुई है। वहीं, एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल मिलाकर 54 नए मरीज भर्ती हुए हैं। एसकेएमसीएच में 34 व केजरीवाल में 20 नए बच्चे भर्ती कराए गए। अबतक बिहार में चमकी बुखार के 297 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 95 बच्चों ने दम तोड़ दिया। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार अभी 220 मामले ही सामने हैं जिनमें 62 बच्चों की मौत हुई है। एईएस से बच्चों की हो रही मौत को लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने एसकेएमसीएच पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। प्रधान सचिव ने कहा कि एईएस के प्रोटोकॉल पर बेहतर इलाज हो रहा है। एम्स पटना के पीआईसीयू सीसीयू के विशेषज्ञ डॉ. रामानुज शर्मा की सहायक प्रोफेसर पद पर नियुक्ति की गई है। इस क्षेत्र के छह नर्सिंग स्टॉफ की भी तैनाती की कर दी गई है।