सरकार के निर्णय से किसान मर्माहत : नन्द कुमार सिंह

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पटना : पूरा विश्व कोरोना वायरस की मार से पूरी तरह जूझ रहा है। उसी कड़ी में भारत भी इस भीषण महामारी से जंग लड़ रहा है पूरे देश मे लॉक डाउन लागू कर दिया गया है। इस बिच किसानों ने गेहूं की फसल काटने को तैयार हो चुकी है । भारत सरकार और राज्य सरकार की ओर से कृषि कार्य के लिये किसानों को हार्वेस्टर चालको को राज्य के बाहर से लाने के लिए परमिट जारी की गई है ।

चालकों को कोरोना संदिग्ध होने की वजह से 14 दिनों के लिए कोरेंटाइन करने का फरमान

रोहतास जिले के हार्वेस्टर मालिकों ने बिस -बिस हजार रुपये कार का भाड़ा देकर अपने अपने हार्वेस्टर चालक को बुलाकर अपना कटाई का कार्य प्रारंभ ही कराए थे कि अचानक रोहतास जिला प्रशासन ने अपना निर्णय बदल दिया और तत्काल प्रभाव से सभी हार्वेस्टर मालिको को अपने अपने चालकों को कोरोना संदिग्ध होने की वजह से 14 दिनों के लिए कोरेंटाइन करने का फरमान जारी कर दिया है । जिससे गेहूँ की कटाई पूरी तरह बाधित हो गई और किसान इस आदेश से काफी मर्माहत हो गए है।

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सभी फोरमैन को 14 दिन के लिए कोरेंटाइन सेंटरों पर रखेंगे

सरकार कह रही है कि जाँच रिपोर्ट आने तक सभी फोरमैन को 14 दिन के लिए कोरेंटाइन सेंटरों पर रखेंगे। महामारी से बचाव के लिए तो यह अच्छा पहल है। हालांकि विचार करने वाली बात यह है कि उन किसानों और उनके खेतो में लगी फसलो का क्या हाल होगा। यह बहुत ही विचारणीय विषय है।

किसान के दिमाग में यह सवाल उठ रहा है कि हम लोग कोरोना संक्रमण से संक्रमित होकर मरने के पहले सरकार के द्वारा लिए गए चालको को कोरेंटाइन करने के निर्णय से मौत के कागार पर खड़े हो गए है ।सरकार के इस निर्णय की वजह से किसानों के लिए एक तरफ कुआँ तो दूसरी तरफ खाई जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है । रोहतास जिले में दिसम्बर में असामयिक बर्षा से किसानों का धान सड़ गया और जिले के अधिकारियों द्वारा 30% से कम नुकसान दिखाकर सरकार ने मिलने वाले अनुदान से भी वंचित करा दिया गया। जबकि धान को छोड़कर 30 प्रतिसत पुआल से नुकसान हुआ है ।

किसानों को मिलें क्षति पूर्ति अनुदान

जदयू के वरिष्ठ नेता एओ रोहतास जिले के समृद्ध किसान नन्द कुमार सिंह ने कहा कि अभी गेहूं तैयार भी नही हुआ था कि अति बृष्टि और ओला गिरने से मसूर चना ,सरसो और गेहूँ की फसल बर्बाद हो गई यथा सरकारी जाँच अभी पूरी भी नही हो पाई थी की कोरोना महामारी ने भारत में अपना दस्तक दे दिया । अब किसानों के पास जो कुछ पैसा भी था तो सरकार के आदेश पर परमिट बनाकर हार्वेस्टर चालको को काफी खर्च कर अपना कटाई सुरु कराया तबतक सरकार की तरफ से चालकों को कोरेंटाइन करने का आदेश दे दिया ।

उन्होंने कहा कि अब आप गंभीरता पूर्वक विचार करे किसान तो कोरोना महामारी आने के पहले मर चुका है। इस विकट परिस्थिति में सरकार को किसानों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए इस तरह मजदूरों को सरकार मुफ्त अनाज दे रही है उसी तरह इस फसल नुकसान की भरपाई के लिये किसानों को क्षति पूर्ति अनुदान रोहतास जिले सहित पूरे बिहार के किसानों देने की माँग राज्य सरकार के मुख्यमंत्री एवम प्रधानमंत्री से करता हूँ ।

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