कोरोना को लेकर सीएम सोरेन की बैठक, भोजन और राशन वितरण केंद्र को तेजी लाने का दिया निर्देश
रांची : पूरे विश्व में कोरोना वायरस एक महामारी के रूप में फ़ैल चूका है। इस वायरस से विश्व में अब तक 1,346,974 लोग शिकार हो चुके है। भारत में इस वायरस से अब तक 4421 लोग संक्रमित हो चुके है। वही इस वायरस से भारत में 100 से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है। हालांकि भारत के लिए राहत वाली बात यह है की यहाँ वायरस से संक्रमित लोगों के ठीक होने के तदात भी तेजी से बढ़ रहे है। भारत में अब तक 326 इस वायरस को मात दे चुके है। भारत में इस वायरस से निपटने के लिए लॉक डाउन लगाया गया है।
जिसको लेकर आज झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने उच्चस्तरीय बैठक किया। इस बैठक में ज्यादातर कोंग्रस कोटा से जीते हुए लोग ही नजर आये। सूत्रों कि माने तो झारखण्ड के मुख्यमत्री कोंग्रस के कांधे पर तीर रख कर केंद्र पर निशाना लगाना चाहते है। इस बैठक में मंत्री रामेश्वर उरांव ,आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता और मंत्री श्री बादल ही नजर आये जो कि कांग्रेस कोटे से चुनाव जीत कर मंत्री बने है।
उच्चस्तरीय बैठक में इन मामलों की हुई समीक्षा
मुख्यमंत्री और मंत्रियो के बीच हुई इस उच्चस्तरीय बैठक में राशन की उपलब्धता औऱ वितरण, गरीबों, असहायों औऱ जरुरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए खोले गए दाल-भात केंद्रों, मुख्यमंत्री दीदी किचन, सीएम कैंटीन और पुलिस थानों में चल रहे भोजन वितरण केंद्र के अलावा दूसरे प्रदेशों में फंसे झारखंडवासियों को मूलभूत सुविधा एवं राहत देने को लेकर की जा रही कार्रवाइयों की समीक्षा की गई। इसके अलावा कोरोना संक्रमितों के लिए बनाए गए क्वारेंटीन सेंटर और आइसोलेशन वार्ड की उपलब्धता, जरुरत और वहां उपलब्ध सुविधाओं पर भी विस्तार से विचार-विमर्श हुआ।
राज्य सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम, बचाव के लिए सतर्क
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम, बचाव और बेहतर इलाज को लेकर सजग, सतर्क और कृतसंकल्पित है। इस सिलसिले में कई एहतियाती कदम उठाए गए हैं। इसमें जो कमियां नजर आ रही है, उसे त्वरित दूर किया जा रहा है। इसके साथ भविष्य में अगर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते हैं तो इससे कैसे निपटा जाए, इसकी रणनीति भी बनाई जा रही है। सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए जो कदम उठाए हैं, उसकी लगातार निगरानी की जा रही है। हेमन्त सोरेन ने जनता से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से निजात पाने लिए राज्यवासियों का सहयोग अपेक्षित है। सरकार ने इस बाबत जो व्यवस्था बनाई है ,उसका लोग पालन करें। हम सभी के प्रयासों से कोरोना वायरस पर विजय हासिल करने में कामयाब होंगे।
मंत्रियो ने दिया अपने काम का हिसाव
वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री श्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि जो भी जरुरतमंद या गरीब हैं ,अगर उनके पास राशन कार्ड हो या नहीं, उन्हें सरकार द्वारा दो माह का अग्रिम राशन दिया जा रहा है। गरीबों औऱ असहायों को दाल-भात केंद्रों और मुख्यमंत्री दीदी किचन अथवा अन्य माध्यमों से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं कृषि मंत्री श्री बादल ने कहा कि लॉक डाउन की वजह से किसानों और पशुपालकों को हो रही परेशानी को लेकर सरकार गंभीर है। किसानों औऱ पशुपालकों को राहत देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जो निर्देश जारी किए हैं, उसमें कहा गया है कि मुर्गे-मुर्गियों, मांस और मछली के खाने से कोरोना संक्रमित होने का खतरा नहीं है। ऐसे में इनकी बिक्री पर पाबंदी हटाई जा रही है। इस बाबत पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही मंत्री आलमगीर आलम ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमितों की जांच में तेजी लाने के लिए सरकार गंभीर है. जांच किट उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजा गया है।