विश्वकप में चयन नहीं होने से नाराज़ भारतीय मध्यक्रम बल्लेबाज अंबाती रायडू (Ambati Rayudu) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। अपने अंतरराष्ट्रीय करिअर में रायडू ने 55 एकदिवसीय मैचों में 47.05 के औसत से 1694 रन बनाए, जिसमें 3 शतक व 10 अर्धशतक शामिल हैं। रायडू ने 6 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में 42 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 20 रन है।
कप्तान विराट कोहली का कहना था कि मध्यक्रम में नंबर 4 पर बल्लेबाजी को लेकर जो असमंजस की स्थिति बनी हुई है उसके लिये अंबाती रायडू बेहतरीन विकल्प हैं। कोहली के समर्थन के बावजूद चयन समिति का फैसला काफी चौंकाने वाला रहा। रायडू को नज़रअंदाज़ करते हुए चयनसमिति ने ऑलराउंडर विजय शंकर को क्रिकेट वर्ल्ड के टीम में शामिल किया। चयन समिति के इस फैसले से नाराज़ रायडू ने ट्वीट करते हुए कहा था कि ‘मैं विश्वकप देखने के लिए एक 3D चश्मा आर्डर किया हूँ। रायडू को वर्ल्ड कप की टीम में शामिल होने की दूसरी किरण उस समय दिखाई दी जब सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को चोटिल होने कारण वर्ल्ड कप से बाहर होना पड़ा। लेकिन बोर्ड ने रिज़र्व के रूप में मौजूद युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को वर्ल्डकप की टीम में शामिल कर लिया। इसके बाद विजय शंकर भी चोटिल होकर वर्ल्ड कप से बाहर हो गये और उनके जगह पर युवा खिलाड़ी मयंक अग्रवाल को वर्ल्ड कप की टीम में शामिल कर लिया गया।
बोर्ड का यह फैसला रायडू को नागवार गुजरा, तो एक पत्र के ज़रिए अपने संन्यास की घोषणा कर दी। क्रिकेट प्रशंसकों का कहना है कि बोर्ड को लेकर की गई टिप्पणी ने रायडू को संन्यास लेने के लिए मजबूर किया।
(राहुल कुमार)