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राजपाट

संजय राउत और प्रशांत किशोर ने किया उद्धव का बंटाधार, पढ़ें कैसे?

पटना/नयी दिल्ली : शिवसेना सांसद और उसके मुखपत्र सामना के कर्ताधर्ता संजय राउत ने हाल में कहा था कि शरद पवार को समझना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है। श्री राउत ने यह बात यूं ही नहीं कही थी। जरूर इसके…

जाप, राजद या लेफ्ट नहीं, पॉलिटिकल मर्चेंट (पीके) है अभाविप के लिए रूकावट

पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में कई पूर्व निर्धारित समीकरण ध्वस्त हो सकते हैं तो कई चेहरे मुख्यधारा से हाशिए पर भी लुढ़क सकते हैं। समीकरण का मतलब यहां चुनाव के मद्देनजर बनाईं जा रही योजनाओं से है। फिर चाहे वह…

सरयू के जाने से रघुवर की राह मुश्किल, पढ़िए कैसे ?

झारखण्ड में विधानसभा का चुनाव है, 81 सदस्यीय विधानसभा में सबसे ज्यादा चर्चे में है जमशेदपुर पूर्वी सीट इस सीट की पहचान है प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास से जब झारखण्ड अस्तित्व में नहीं आया था, उसी समय से वे…

सरयू के प्रचार में नहीं जायेंगे नीतीश, सीएम ने मित्र से क्यों बनाई दूरी?

पटना : झारखंड चुनाव की तपिश की जो आंच बिहार पहुंच रही थी, उसपर जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार ने आज यह कहते हुए पानी डाल दिया कि वे वहां सरयू राय के लिए चुनाव प्रचार करने नहीं जायेंगे। जदयू के…

PUSU चुनाव : नेताओं का प्यादा बनने के लिए योजना बनाते नज़र आ रहे छात्रनेता

पटना : पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की घोषणा हो चुकी है। छात्र संघ का चुनाव सात दिसंबर को होना है। विवि प्रशासन की ओर से छात्रसंघ चुनाव के कार्यक्रम की रूपरेखा जारी कर दी गई है। नामांकन पत्र 24,…

शिवसेना के मुंह से बार-बार सत्ता की रोटी क्यों हटा रहे पवार?

नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में चुनावी नतीजे आए करीब एक माह हो गया है। लेकिन वहां सरकार बनाने का मसला ज्यों का त्यों लटका हुआ है। भाजपा को डिच कर एनसीपी और कांग्रेस के कंधे पर सवार होने वाली शिवसेना…

PUSU चुनाव: पिछले साल पीके का दखल, इस बार किसका ?

पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की घोषणा हो चुकी है। छात्र संघ का चुनाव सात दिसंबर को होना है। चुनाव को लेकर विवि प्रशासन ने कहा कि चुनाव की पूरी रूपरेखा जल्द जारी की जाएगी । सात दिसंबर को दोपहर…

फ्यूज होने लगा लालू का पाॅवरहाउस, जानिए कैसे !

लालू प्रसाद यादव 1995 से 2005 तक की राजनीति का एक दिग्गज खिलाड़ी। एक विराट राजनीतिक व्यक्तित्व, जिसने बिहार की सामाजिक-राजनीतिक धारा को ही बदल कर रख दिया। जिसे श्रेय है दो प्रधानमंत्रियों को बनाने का। यही कारण था कि…

फिर से गरमाने वाला है एनआरसी का मुद्दा, जानिए क्यों ?

18 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में एनआरसी, जेएनयू, जम्मू कश्मीर व लद्दाख की स्थिति, बेरोजगारी व आर्थिक सुस्ती जैसे मुद्दों पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच टकराव हो सकती है। नागरिकता संशोधन विधेयक को पारित…

‘डबल इंजन सरकार’ के विमोचन में बोले मोदी- राजनीतिक अस्थिरता से विकास नहीं

पटना : राजनीतिक अस्थिरता में विकास संभव नहीं हो सकता। 1961 से लेकर 90 तक के बिहार की राजनीति को देखें तो कोई भी मुख्यमंत्री ठीक से अपना कार्यकाल भी पूरा नहीं कर पाया। विकास के लिए दूसरी शर्त है…