– डुमरांव थाना क्षेत्र के नेनुआ गांव की घटना, चाइल्ड लाईन ने लिया कब्जे में
बक्सर। एक मां बेटी को जन्म दिया।क्यों जीवित्पुत्रिका के दिन उसे झाड़ी में फेंकना पड़ा। घटना डुमरांव थाना के नेनुआ गांव की है। जहां रविवार की सुबह गांव के बाधार में एक झाड़ी के पास कुछ लोग एक बच्चे की रोने आवाज सुनी। ये वे लोग थे जो रोज सुबह टहलने जाते थे। जो गांव से पूरब स्थित है।जाकर देखा तो कपड़े में लिपटी नवजात बच्ची रो रही है।
उसे वे लोग उठा ले गए और जानकारी पुलिस को दी। वहां से चाइल्ड लाइन की टीम को सूचना दी गई। चाइल्ड लाइन की टीम ने उक्त मासूम को कब्जे मे लेकर कर तुरंत सदर अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों द्वारा उसका इलाज किया जा रहा है। चाइल्ड लाइन के चंदन कुमार ने बताया कि इलाज के बाद नवजात स्वस्थ है। फिलहाल उसे सदर अस्पताल में ही डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
घटना के बाद लोग मां को कोस रहे थे। सथ ही उनके मन एक सवाल भी था।क्यों एक मां ऐसा किया।वो भी जीवित्पुत्रिका के दिन। जहां आज के दिन मां अपनी संतान की दीर्घायु और सलामती की कामना लेकर निर्जला कठिन व्रत करती है। क्या इस नवजात के साथ जो हुआ उसके लिए सिर्फ जन्म देने वाली मां ही जिम्मेवार है। मां सिर्फ बच्चे को जन्म देती है। उसे लावारिस बनाने वाला पिता भी कम दोषी नहीं है।