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वैशाली

पुलिस ने पांच हजार लीटर देसी शराब व भट्ठी नष्ट की, एक गिरफ्तार

वैशाली : जुड़ावनपुर थाना क्षेत्र के वीरपुर पंचायत के मूसापुर दियारे की कारा जंगल में पुलिस ने देशी शराब बनाने वालों के खिलाफ छापामारी अभियान चलाया। इस छापेमारी के दौरान शराब की भठ्ठी के पास से ही एक मोटरसाइकिल सहित 5 लीटर देशी शराब के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इस व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करते देख अचानक देशी शराब कारोबारियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। देशी शराब कारोबारी शराब की भट्ठी छोड़कर इधर-उधर भागने लग गए। बीरपुर मूसापुर दीयारा के जंगलों में इतने बड़े पैमाने पर शराब की भठ्ठी देखकर पुलिस भी अचंभित रह गयी।

मूसापुर दियारा क्षेत्र के जंगलों में देशी शराब बनाने वालों का साम्राज्य सा स्थापित है। पुलिस ने जंगलों में देशी शराब की भट्टियों को नष्ट करने के लिए सर्च अभियान शुरू किया तो देखा चारों तरफ देशी शराब बनाने की भट्टी चल रही है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 शराब भट्टियों को नष्ट कर दिया है। पुलिस ने लगभग 5000 लीटर कच्चा जावा और शराब बनाने का उपकरण भी नष्ट किया। पुलिस ने यह अभियान 3:30 बजे शाम से लेकर 6:15 बजे शाम तक चलाया था। इस बात की जानकारी देते हुए जुड़ावनपुर थाना प्रभारी छोटे लाल पटवारी ने बताया कि शनिवार की दोपहर 12:30 बजे पुलिस को गुप्त सूचना मिली की वीरपुर पंचायत के मूसापुर दियारे के कारा जंगल में दर्जनों अवैध शराब की भट्टियाँ संचालित हो रही हैं। सूचना के आधार पर बीरपुर दियारे की मूसापुर कारा जंगल में पुलिस ने 15 अवैध शराब भट्टियों से 5000 लीटर कच्चा जावा शराब बनाने वाला ड्रम तथा महुआ मीठा गैलन जंगलों में बरामद हुआ। पुलिस ने सभी बरामद सामानों को नष्ट कर दिया है।

जुड़ावनपुर में देसी शराब बनाने वाला गिरफ्तार

थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति वीरपुर पंचायत निवासी परमानन्द राय का पुत्र नीतीश कुमार है। पुलिस के आने की भनक लगते ही बाकी शराब कारोबारी वहाँ से भाग निकले। थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति ने पुलिस को बताया है कि देशी शराब की भट्टियों का संचालन कौन करता है। गिरफ्तार व्यक्ति के ऊपर कानूनी कार्रवाई कर हाजीपुर जेल भेज दिया गया है। मालूम हो कि राघोपुर प्रखंड देशी शराब कारोबारियों के लिए सेफ्टी जोन माना जाने लगा है। राघोपुर प्रखंड चारों तरफ से गंगा नदी से घिरे होने के कारण नदी के बीच क्षेत्रों में बालू के बड़े-बड़े रेतीले टीले नजर आते हैं। इन टीलों पर भी देशी शराब की भट्टी संचालित होती है। राघोपुर का भौगोलिक वातावरण ऐसा है कि शराब कारोबारी गंगा नदी के तट पर स्थित जंगलों में छुपकर देशी शराब की भट्टियों को संचालित करते हैं एवं बड़े पैमाने पर देशी शराब बनाते हैं। प्रखंड क्षेत्रों के हर चौक-चौराहे पर स्थित दुकानों, गुमटी एवं झोपड़ीनुमा दुकानों में धड़ल्ले से देशी शराब की बिक्री की जाती है। प्रशासन की उदासीनता के कारण प्रखंड क्षेत्र के हर चौक चौराहे पर देशी शराब की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है।
(सुजीत सुमन)