छपरा : अंतरराष्ट्रीय संस्था थियोसोफिकल सोसायटी की छपरा इकाई ने आज तीन दिवसीय आध्यात्मिक शिविर का आयोजन किया। इसका उद्घाटन संस्था के सचिव सुरेश प्रसाद श्रीवास्तव ने दीप जलाकर किया। इस अवसर पर थियोसोफिकल के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिखर अग्निहोत्री ने कहा कि विचारों को व्यक्त करने के लिए प्रतीकों का प्रयोग सभी धर्मों के द्वारा किया जाता है। लेकिन समय के साथ इसके पीछे के वैज्ञानिक पहलु लुप्त होते जा रहे हैं। वर्तमान में शिवलिंग के प्रतीकों के वैज्ञानिक पक्ष को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिवलिंग कल्याण का प्रतीक है। यहां से जगत का उद्गम होता है। वहां परम सत्य शिव शक्ति तत्व में विभाजित होता है। शिवलिंग प्राकृतिक प्रतीक है और इसलिए इस पर ध्यान करने से साधक जगत का समस्त ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। वहीं आध्यात्मिक अध्ययन शिविर में विषय प्रवेश करते हुए थियोसोफिकल के सचिन शाह, पूर्व सैन्य अधिकारी अमृत प्रियदर्शी ने कहा कि अध्ययन शिविर में अध्यात्म एवं वैज्ञानिक पक्षों को सरल भाषा में समझाया जा सकता है। जबकि इस अवसर पर जगदम कालेज के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर कृष्ण कुमार द्विवेदी अध्यक्ष रहे। इस मौके पर राजकिशोर प्रसाद, प्रोफेसर मृदुल शर्मा, मनोरंजन कुमार सिंहा, मुरली शर्मा, प्रोफेसर पशुपतिनाथ, प्रोफ़ेसर रामबाबू, अनिल कुमार श्रीवास्तव, मोहन पांडे, राजीव कुमार तिवारी, मंजू कुमारी वर्मा, आर्यन उत्कर्ष समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
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