नवादा : नवाद के नरहट प्रखंड को सुखाङ क्षेत्र घोषित करने की मांग जोर पकङने लगी है। इस क्रम में राज्य स्तरीय टीम ने दौरा कर खेतों में पानी के अभाव में सूख रही धान की फसलों का जायजा लिया।
राज्य सरकार ने जिले के 14 में से 11 प्रखंडों को सुखाङ क्षेत्र घोषित किया है। रजौली समेत नरहट प्रखंड को इससे वंचित कर दिया गया है। हालांकि बंचित प्रखंडों में शत प्रतिशत धान का आच्छादन किसानों ने किया था, लेकिन हथिया नक्षत्र के पूर्व से अब तक बारिश नहीं होने के कारण फसलों का असमय सूखने का सिलसिला जारी है। भूगर्भीय जलस्तर के लगातार नीचे जाने से बोरिंग से पानी नहीं निकल पा रहा है। ऐसे में धान की फसलों का जलना शुरू हो गया है। किसानों के श्रम के साथ पूंजी बर्बाद हो रही है तो दलहन व रबी फसल की संभावना भी लगभग समाप्त हो चुकी है। ऐसे में किसान परेशान हैं।
समाहर्ता कौशल कुमार ने किसानों की मांग पर राज्य सरकार से नरहट प्रखंड का जांच करा सुखाङ क्षेत्र घोषित करने की मांग की है। इसी कङी में सैय्यद आबिद इमाम के नेतृत्व में राज्य स्तरीय टीम ने दौरा कर खेतों का जायजा लिया तथा किसानों व अधिकारियों से बातें की। टीम के आकलन से प्रखंड को सुखाङ क्षेत्र घोषित करने की संभावना बढ गयी है।