वैशाली : महनार थाना क्षेत्र में एक कलयुगी शिक्षक ने गुरु-शिष्य जैसे रिश्ते को भी शर्मसार कर दिया। कक्षा आठवीं की एक 13 वर्षीय नाबालिग छात्रा के साथ विद्यालय के ही एक शिक्षक और उसके मित्र द्वारा लगातार एक वर्ष तक दुष्कर्म करने की घटना प्रकाश में आई है। छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज किया तथा आरोपी शिक्षक एवं उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस प्रताड़ना से तंग आकर आखिरकार छात्रा ने अपनी माता को सारी बात बता दी तथा इसके बाद पीड़ित छात्रा की शिकायत पर महनार थाना में प्राथमिकी दर्ज किया गया। महनार थाना प्रभारी उदयशंकर के नेतृत्व में आरोपी नारायणपुर डेढ़पुरा ग्राम निवासी अशोक राय के पुत्र अभिषेक कुमार एवं उसके मित्र राजबल्लम राय के पुत्र बंटी कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पीड़िता द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में बताया गया है कि इन दोनों आरोपियों का अनैतिक सम्बन्ध एक महिला के साथ काफी पहले से रहा है। एक वर्ष पूर्व उसे गुमराह कर बहला-फुसलाकर जबरन अनैतिक कार्य किया। इसके बाद छेड़छाड़, अश्लील हरकत एवं जिस्मानी सम्बन्ध का वीडियो बना लिया गया। ये लोग इंटरने पर वीडियो वायरल करने तथा जान से मारने की धमकी देकर लगातार उसके साथ गलत काम करते रहे। पीड़िता ने बताया कि इन लोगों के इस कुकृत्य के कारण उसकी मानसिक स्थिति खराब हो रही थी; तब परेशान होकर सारी बातें अपनी माता को बताया और प्राथमिकी दर्ज कराई गयी। पीड़ित छात्रा ने एक महिला पर भी गम्भीर आरोप लगाया है। महनार पुलिस ने पीड़ित छात्रा को मेडिकल जाँच के लिये हाजीपुर भेज दिया है।
बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास, पीटाई के बाद पुलिस के हवाले
वैशाली : भगवानपुर थाना अंतर्गत बिठौली गांव में शुक्रवार की शाम एक बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास करते हुए एक युवक को ग्रामीणों ने पकड़ा तथा जमकर पिटाई करने के बाद उक्त युवक को पुलिस के हवाले कर दिया। इस संबंध में बच्ची के चाचा द्वारा भगवानपुर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार बच्ची की उम्र 8 वर्ष बताई गई है और जब बच्ची शुक्रवार की देर शाम पड़ोस में ही शादी देखने गई थी तब वहाँ गांव के ही एक युवक ने गलत नीयत से बहला-फुसलाकर बच्ची को गाछी में ले जाने लगा। इसी दौरान ग्रामीणों की नज़र पड़ गयी और खदेड़ कर आरोपी युवक को पकड़ लिया गया। आरोपी को पकड़ने के उपरांत ग्रामीणों ने जमकर पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार युवक हरिन राम बिठौली गांव का निवासी है और उसे आज शनिवार को जेल भेज दिया गया है।
पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में सड़क जाम
वैशाली : लालगंज-हाजीपुर मुख्य मार्ग को जाम किया गया। तीन दिन पहले बुधवार की रात लालगंज घाघरा चौक स्थित अंशु कुमार सिंह नामक एक छात्र को पुलिस ने उसके घर से हिरासत में ले लिया था तथा मारपीट किया था। इसी के विरोध में परिजनों तथा अन्य लोगों ने धरना देकर लालगंज-हाजीपुर मुख्य मार्ग पर तिनपुलवा चौक को लगभग चार घंटे तक जाम किया। यह जाम बिल्कुल शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा था। पर पुलिस के पहुँचने पर आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस द्वारा गिरफ्तार छात्र की फोटो तथा वीडियो रेकार्डिंग जब परिजनों को दिखाया गया तब पिता एवं उपस्थित परिजनों को तसल्ली हुई कि लड़का जीवित है। पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिए जाने के आश्वासन के बाद जाम समाप्त हो पाया।
बेलसर ओपी क्षेत्र के पचपैका गाँव के सत्येंद्र कुमार का लालगंज में घर (डेरा) है। उनका एकलौता बेटा अंशु कुमार एबीएस कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष का छात्र है जिसकी परीक्षा चल रही है। शनिवार को हाजीपुर जमुनिलाल कॉलेज में ही उसकी परीक्षा थी। करताहां थाना द्वारा आग्रह किया गया कि पुलिस कस्टडी में ही उसे परीक्षा देने की अनुमति दी जाए।
परन्तु इसी बीच तीन दिन पहले उसे करताहां थाना घाघरा चौक स्थित उसके डेरा से उठा ले गयी। उनका आरोप है कि तीन दिनों तक उसे हाजत में रखकर पुलिस द्वारा बेरहमी से मारा पीटा गया। इस मारपीट की वजह से शुक्रवार को उसे लालगंज रेफरल अस्पताल में इलाज कराने ले जाया गया। गम्भीर स्थिति को देखते हुए उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहाँ उसका इलाज हुआ। अपने बेटे का सदर अस्पताल में इलाज होने की सूचना मिलते ही शनिवार सुबह जब वे सदर अस्पताल पहुंचे तब उन्हें दवा के लिये भेज दिया गया। जब वे दवा लेकर लौटे तो उसे वहाँ से कहीं दूसरी जगह भेज दिया गया।
आक्रोशित लोगों का कहना था कि वह अगर दोषी है तो उस पर प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया जाए या निर्दोष है तो उसे छोड़ दिया जाए। उनका कहना है कि पुलिस की इस संदिग्ध हरकत की शिकायत मानवाधिकार आयोग में की जाएगी। जाम की सूचना पर लालगंज थाना प्रभारी सुनील कुमार, एसआई संजय कुमार, एसआई अरविन्द कुमार, एएसआई मनीष कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर जाम कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। थाना प्रभारी उनके तीन परिजनों को टाउन थाना लेकर गये और वहाँ उस छात्र से मिलवा दिया तथा भरोसा दिलाया कि उसे जेल भेजा जा रहा है। परिजनों ने जब यह सूचना फोन पर लालगंज में जाम में शामिल लोगों को दी तब जाम छूट पाया।
(सुजीत सुमन)