शेरो—शायरी की तपिश में छपरा के लोगों ने भरी सर्द आह!

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छपरा : दिसंबर के आखिरी हफ्ते की हाड़कंपाती ठंड भी छपरा में शेरो—शायरी के शौकीनों और सहित्य प्रेमियों को रोक नहीं पायी। वे पूरी रात एकता भवन में टिके रहे और प्रेम, इश्क, अमन, शांति, देश भक्ति, सांप्रदायिक सौहार्द और मानवता के जज्बे से सराबोर होते रहे। मौका था मौलाना मजहरूल हक़ की 152 वीं जयंती पर आयोजित ऑल इंडिया मुशायरा व कवि सम्मेलन का। मुशायरे में देश के नामचीन कवियों और शायरों ने अपने कलाम और रचनाओं से लोगों को वाह करने और आह भरने पर मजबूर कर दिया।
ठहरे हुए तरन्नुम और संजीदगी के लिए पूरी दुनिया में मशहूर शायर ताहिर फराज ने परदेशियों का दर्द बयां किया—’दिन वो भी क्या थे, जब हम अपने देश में रहते थे। अपनी मिट्टी की खुशबू के परिवेश में रहते थे’। अपने अलग ढंग और अंदाज के लिए पहचान रखने वाले बड़े शायर जौहर कानपुरी ने कौमी एकता का सूत्र दिया—’हम हैं खुद ही अपने दुश्मन, दूसरा कोई नहीं, मिल के रहते तो ग़मों से टूटता कोई नहीं’। गोरखपुर से आई डॉक्टर शिवा त्रिपाठी ने प्रेम और इश्क की बातों को तरन्नुम में पेश कर माहौल को रूमानी बना दिया—’वार उनका अज़ीब होता है,
दिल के कितने करीब होता है’। पूरी दुनिया में जहां—जहां भारतीय बसते हैं, वहां—वहां सुनी और पसंद की जाने वाली शायर शबीना अदीब ने गजल के माध्यम से इंसानियत का संदेश दिया—
‘अंधेरों की हर साज़िश यहां नाकाम हो जाए, उजाले हर तरफ हो, रौशनी का काम हो जाए, खुद पे जो एतबार करता है, वक़्त का इंतज़ार करता है। तैरना भी नहीं जिसे आता, वह समन्दर को पार करता है’।
अपने हास्य और व्यंग्य के लिए मशहूर सुनील कुमार तंग ने कहा—’उसे बस राम दिखता है, उसे रहमान दिखता है, उसे गुरुग्रंथ साहेब का लिखा फरमान दिखता है। मेरी आंखों में लगता है कि मोतियाबिंद है साहब, जिधर नज़रें उठाता हूं, उधर इंसान दिखता है’। स्थानीय शायर प्रो शमीम परवेज को भी लोगों ने खूब सराहा और प्रो शकील अनवर ने गजल पेश की और लोग खूब लुत्फ अंदोज हुए। ‘आज दरिया में पानी कम क्यों है, अब मैं समझा ये आंख नम क्यो है’। इसके अलावा समी बहुआरवी, डाक्टर ज़की हाशमी, ख़ैर मुबारकपूरी, उस्मान काविश आदि शायरों ने भी अपने कलाम प्रस्तुत किए. पूर्व में उद्घाटन सदर एसडीएम लोकेश मिश्रा, पूर्व उपसभापति सलीम परवेज, सीओ आदि ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर एमएलसी सच्चिदानंद राय, विधायक डॉ सीएन गुप्ता, जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरुण, पूर्व मंत्री उदित राय, मजहरूल हक ट्रस्ट के सचिव मंजूर अहमद, जिला पर्षद लियाकत अली, राजद के जिलाध्यक्ष जिलानी मोबीन, सुनील राय आदि को शाल प्रदान कर सम्मानित किया गया।

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