छपरा : बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ तथा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर छपरा जिले में पिछले 1 दिसंबर से सभी आशा कार्यकर्ता हड़ताल पर बैठी हुई हैं। हालांकि प्रखंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक की स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हैं, फिर भी उनका संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा। एक तरफ आशा कार्यकर्ता 12 सूत्री मांगों को लेकर चरणबद्ध तरीके से धरना, प्रदर्शन, तालाबंदी, सड़क जाम, रेल चक्का जाम आदि हथकंडे अपनाए हुए हैं, वहीं सरकार उनकी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं। वहीं पिछले दिनों क्षेत्रीय स्वास्थ्य निदेशक के रिपोर्ट के आलोक में स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर जिला प्रशासन ने पुलिसिया कार्रवाई करते हुए सदर अस्पताल में प्रतिरक्षण कार्य तथा वार्डों में तालाबंदी को हटवाया तथा इमरजेंसी सेवा और ओपीडी सेवा को बहाल किया। जबकि इस घटना से आहत आशा कार्यकर्ता 2 जनवरी से ही भूख हड़ताल पर बैठी हुई हैं। वहीं 7 जनवरी को सिविल सर्जन के समक्ष भूख हड़ताल तथा 8 और 9 जनवरी को जिलाधिकारी के समक्ष भूख हड़ताल करने का आह्वान किया गया है। इस अवसर पर जिला मंत्री कांति सिंह, मीनू सिंह, उषा देवी, मन मन देवी, सुनीता देवी, गीता देवी, रिंकी देवी, ममता देवी, गंगा देवी, लाल सारी देवी, नयन तारा देवी सहित सैकड़ों की संख्या में आशा कार्यकर्ता सदर अस्पताल परिसर में भूख हड़ताल पर बैठी रहीं।
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