बाढ़ : संगठन जिला बाढ़ राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष व प्रखर वक्ता एवं समाजसेवी महेश प्रसाद सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वर्तमान राज्य सरकार एवं उनके नुमाइंदों को खरी-खोटी सुनाते हुये कहा कि सुशासन की सरकार में स्वास्थ्य और सड़क की समस्याओं से पूरे राज्य के लोग अवगत हैं और यह बात राज्य की जनता भी समझ रही है कि वर्तमान सरकार के बीते 15 सालों में बिहार का विकास दर क्या रहा है और इसका खुलासा भी हाल के दिनों में नीति आयोग द्वारा किया गया है।
राजद जिलाध्यक्ष एमपी सिंह ने कहा वर्तमान नीतीश कुमार की सरकार बीते अपने कार्यकाल की उपलब्धियां बता नहीं पाती है और सरकार की हर योजनाओं में घोटाला किया जा रहा है। वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के रोकथाम और उपचार कराने के नाम पर घोटाला किया गया है तथा इसकी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता से जांच कराया गया तो सरकार का सबसे बड़ा कोरोना घोटाला होगा। राजद जिलाध्यक्ष श्रीसिंह ने कहा कि हमने तो पहले भी कहा था कि इस कोरोना काल में सिर्फ सरकारी राशि का बंदरबांट किया गया है जो बिहार सरकार के बड़े घोटालों में से एक है। सच्चाई है कि सड़क से लेकर स्वास्थ्य, शिक्षा सहित हर विभागों में ही सिर्फ कागजी काम दिखाया जा रहा है। पूरे राज्य की स्थिति दयनीय है।
राजद जिलाध्यक्ष ने कहा कि अगर सरकार का विकास देखना है तो आप बाल्मीकि नगर चले जाइये तो वहां पर सरकार के विकास बाढ़ के पानी में बहता हुआ दिखायी देगा। वर्तमान बाढ़ विधायक पर भी तंज कसते हुये उन्होंने कहा की बाढ़ शहर में नाली के पानी से बाढ़ जैसी स्थिति बना हुआ है, पर बाढ़ विधायक को यह दिखायी नहीं देता है।
सरकार के पास मुद्दा नहीं है और सरकार मुद्दा विहीन हालत में दिखायी देती है। अगर कोई उसे विकास की बात पूछता है तो वह राष्ट्रीय जनता दल के 15 सालों के लेखा-जोखा देना शुरु कर देते हैं,पर यह नहीं बताते हैं कि बीते 15 सालों में जो उन्होंने शासन किया है उसमें क्या – क्या विकास किया है,वह भी जनता को बतायें तो ज्यादा बेहतर होगा।
राजद के बाढ़ विधान सभा में लगातार विधायक कैंडिडेट की बढ़ते संख्या को देखते हुये जब सवाल पूछा गया तो जिलाध्यक्ष श्रीसिंह ने कहा कि सभी लोग राजद के बाढ़ जिला के संगठन को मजबूत करने के लिये कार्य कर रहे हैंऔर अगर वह मजबूती प्रदान करते हैं और शीर्ष नेतृत्व उनके कार्य को देखकर उन्हें टिकट देता है तो यह सर्वमान्य होगा और यह टिकट का मामला पूरी तरह से शीर्ष नेतृत्व पर है।
उन्होंने सख्त लहजें में यह बताया कि शीर्ष नेतृत्व द्वारा किसी भी संगठन के पदाधिकारियोंऔर कार्यकर्ताओं को अपने आप को राजद के भावी प्रत्याशी के तौर पर प्रोजेक्ट करने से साफ तौर पर मना किया गया है और कोई भीअपनेआप को भावी उम्मीदवार नहीं लिख सकते हैं,अगर कोई लिखते हैं तो राष्ट्रीय जनता दल संगठन के नियमों के अनुसार उन पर कार्रवाई किया जायेगा। क्योंकि यह निर्णय सिर्फ पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ही कर सकते हैं और जो शीर्ष नेतृत्व निर्णय करेगा,उसे हम सब राष्ट्रीय जनता दल के नेता और कार्यकर्ता अपना पूर्ण कर्तव्य एवं दायित्व समझकर निभाये, जिससे कि संगठन की एकता बनी रहे और राजद संगठन मजबूत रहे।
बाढ़ से सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट