पटना: विद्या भारती विद्यालय केशव सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल, केशवपुरम मरचा-मरची रोड पटना में विद्या भारती, उत्तर-पूर्व क्षेत्र के द्वारा आयोजित, समिति सह स्वावलंबी पूर्व छात्र सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन क्षेत्रीय सचिव, नकुल कुमार शर्मा, प्रांतीय सचिव विद्या भारती दक्षिण बिहार प्रदीप कुमार कुशवाहा एवं प्रांतीय सचिव विद्या भारती उत्तर बिहार मुकेश नंदन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय सचिव नकुल कुमार शर्मा ने कहा कि शिशु मंदिर योजना 1952 से प्रारंभ हुई। यह योजना आगे चल कर विद्या भारती का स्वरूप 1977 में लिया। विद्या भारती के माध्यम से भारतीय संस्कृति, सभ्यता, परंपरा आदि को बचाए रखने के लिए युवाओं का व्यक्तित्व विकास करने का हर संभव प्रयास निरंतर किया जा रहा है। इस कार्य में समाज से विद्वत जन का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसी क्रम में विद्यालय के प्रबंध कारिणी समिति तथा स्वावलंबी पूर्व-छात्र का सम्मेलन आज यहां किया जा रहा है। बाल शिक्षा द्वारा युवाओं का विकास करना, अपनी संस्कृति से जोड़ना, उसके अंदर राष्ट्रभक्ति का भाव जगाना हम सबका कर्तव्य है।
इस अवसर पर भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा ने कार्यक्रम की व्यवस्था संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां दी तथा उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी समिति के सदस्यों एवं पूर्व छात्रों से सहयोग करने की अपील की।
लोक शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव मुकेश नंदन ने कहां की इस प्रकार का कार्यक्रम बिहार में पहली बार हो रहा है और यह वृहद कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में पहली बार विद्या भारती के अखिल भारतीय पालक अधिकारी डॉ कृष्ण गोपाल जी, सह सरकार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मार्गदर्शन हम सबको प्राप्त होने वाला है। इस कार्यक्रम में जिसको जो दायित्व मिला है वह अपने दायित्व को ठीक प्रकार से सफल बनाने का प्रयास करें। इस कार्यक्रम में पूरे बिहार से पांच सौ पचास प्रबंध कारिणी समिति के पदाधिकारियों एवं पूर्व छात्रों ने भाग लिया। विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज कुमार मिश्र ने सभी अतिथियों का परिचय करवाया। इस अवसर पर प्रदेश मंत्री भरत पूर्वे, प्रदेश सह सचिव रामलाल सिंह, कोषाध्यक्ष दिवाकर प्रसाद, समिति सदस्य रमेश चंद्र, प्रदेश मंत्री डॉ सुबोध कुमार तथा सभी पूर्णकालिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस आशय कि जानकारी मीडिया प्रमुख राकेश नारायण अम्बष्ट ने दी।