पटना : राजधानी के बापू सभागार में आज अखिल भारतीय चनउ महासभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में चनउ जाती के वरिष्ठ नेता राम इकबाल क्रांति ने कहा कि हमारे इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि हमें राजनैतिक पहचान मिले। हमारी गिनती पिछड़ी जाति में होती है। हम चाहते हैं कि संवैधानिक रूप से हम अति पिछड़े वर्ग में शामिल हो जाएं। पटना में हमारी जाति का यह पहला अधिवेशन है। अभी जिले तक ही हमलोग सीमित थे। उन्होंने कहा कि हमारे समाज की पहचान राज्य और देश स्तर पर नहीं हो पाई है। यह सभा इस सम्मान को दिलाने के लिए की जा रही है। अभियान समिति के डॉ सुनील सिंह ने कहा कि गांव और जिलों से उठकर अब हम अपनी पहचान को आगे ले जाना चाहते हैं। राजनैतिक रूप से मजबूत बनना चाहते हैं। आरजेडी नेता कृष्णानंद सिंह ने कहा कि क्या आप जानते हैं कि चनउ जाती किस श्रेणी में आती है। शायद आपने इस जाति का नाम भी नहीं सुना होगा। हमलोग अपनी पहचान बढ़ाने और संवैधानिक लाभ उठाने का प्रयास कर रहे हैं। हमे सत्ता में अपनी भागीदारी बढ़ानी है। बिहार के कुछ जिलों में हमारा समाज इतनी ताकत रखता है कि हम जिस विधयाक या सांसद को चाहें, उसे हरा या जीता सकते हैं। डॉ सुनील सिंह ने कहा कि हम दबे कुचले लोग हैं। लेकिन हमें दबाया या सताया गया तो हम चुप नहीं बैठेंगे। इस कार्यक्रम को सरकार की नाक के नीचे करके हमने अपनी एकता का एहसास दिला दिया है। अब आगे लड़ाई जारी रहेगी। प्रोफ़ेसर राजकुमार राय ने कहा कि 17 विधानसभा क्षेत्र तो मैं गिनकर बता सकता हूं, जहां हमारा समाज पूरे चुनाव को प्रभावित कर सकता है।
(मानस दुबे)