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संपूर्ण जल का चिंतन करता है गंगा समग्र, आयामों के नाम बदले

पटना : गंगा समग्र (दक्षिण बिहार) की प्रांतीय टोली की बैठक रविवार को संघ कार्याल में संपन्न हुआ। बैठक में मुख्य रूप से गंगा समग्र के अखिल भारतीय संगठन मंत्री वरीय प्रचारक मान्यवर रामाशीष जी, क्षेत्र प्रचारक रामनवमी जी, क्षेत्र कार्यवाह व गंगा समग्र के केंद्रीय उपाध्यक्ष डॉ मोहन सिंह जी, प्रांत प्रचारक मान्यवर राणा प्रताप, गंगा समग्र के क्षेत्र संयोजक रामाशंकर सिन्हा उपस्थित थे।

रामाशीष जी बिहार के 2 दिनों के प्रवास पर हैं। आगामी 29 अगस्त को भागलपुर बैठक में शामिल होंगे। विदित हो कि गंगा समग्र पहले से 15 विभिन्न आयामों जैसे- गंगा घाट, गंगा आरती, तालाब (सरोवर), पौधरोपण, जैविक कृषि पर काम कर रहा है। अब कुछ आयामों का नाम बदल गया जैसे घाट प्रमुख, गंगा आरती प्रमुख, तलाब(सरोवर) प्रमुख, वृक्षारोपण प्रमुख है।

नए आयाम जैसे- गंगा सहायक नदी प्रमुख, गंगा वाहिनी (युवाओं को जोड़ने हेतु), गंगा सेविका (महिलाओं को जोड़ने हेतु), संपर्क प्रमुख, गंगा आश्रित प्रमुख, विधि प्रमुख, शिक्षण संस्था प्रमुख जैविक कृषि प्रमुख जुड़े हैं। रामाशीष जी ने कहा कि मानव सभ्यता का विकास इन नदियों के किनारे हुआ है। आर्थिक उन्नति का आधार भी गंगा ही हैं। गंगा समग्र का काम सिर्फ गंगा ही नहीं बल्कि संपूर्ण जल का चिंतन करना है। उन्होंने कहा कि यदि गंगा की सहायक नदी सूख गई तो गंगा भी अविरल और निर्मल नहीं रहेगी। प्रत्येक नदी के जल का महत्व कम नहीं है। प्रत्येक नदी का जल पवित्र है। यमुना, गोदावरी, मंदाकिनी, पश्यनी, चंबल, केन, बेतवा नदियाँ भी गंगा की तरह महत्वपूर्ण हैं। सभी नदियों को अविरल, निर्मल बनाने का चिंतन करना होगा।नदियों के साथ तालाबों का भी चिंतन करना होगा। गांवों के जल स्रोत जो समाप्ति की ओर हैं, उन्हें पुनर्जीवित करना होगा। गंगा किनारे मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करना होगा।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह और गंगा समग्र के केंद्रीय उपाध्यक्ष डॉ. मोहन सिंह ने कहा कि गंगा के किनारे एक बहुत बड़ी आबादी गंगा किनारे रहती है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर भाभा ने कहा था कि गंगा का किनारा अगर सुरक्षित रहे तो हम दुनिया को सैकड़ों वर्षों तक बिना कुछ सोचे गंगा मां की कृपा से निर्विघ्न सुंदर जीवन दे सकते हैं। गंगा का किनारा बिना खाद का उपजाउँ है।गंगा समग्र (दक्षिण बिहार) प्रांत संयोजक शंभू नाथ पांडे ने सभी का स्वागत किया।पांडे ने बताया कि गंगा समग्र गंगा के 5 किलोमीटर की परिधि में आने वाले सभी ग्रामों में अपना संगठन बनाकर गंगा की स्वच्छता और निर्मलता के लिए काम करेगा। बैठक में प्रांतीय सदस्य मुदितमुनी,आनंद कुमार, पटना महानगर अध्यक्ष सुबोध कुमार,अजय यादव,पंकज सिंह (झप्पू),शालिनी वैसिकर,अशोक कुमार गुप्ता,रामानन्द,सुलभा सिन्हा,आलोक रंजन,बजरंगी तिवारी आदि उपस्तिथ रहे।