पटना: वीर सैनिक की जयंती पर कवि सम्मेलन एक अच्छी पहल है। हमारे जीवन में कुछ ऐसे भी आयाम है जिसमें समाज का दायित्व ऐसे समाज की परिकल्पना करना जिसमें सभी सुखी और संपन्न हों। उक्त बातें मुदुला मिश्र ने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद कला एवं युवा विकास समिति द्वारा कवि सम्मेलन के आयोजन के दौरान कहीं। बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन में मंगलवार को मेजर राजेन्द्र प्रसाद सिंह जयंती बहुभाषा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कवि सम्मेलन में कवियों ने हिंदी, मैथिली, संस्कृत और भोजपुरी भाषाओं में कविता पाठ कर लोगों का मनोरंजन किया।
कार्यक्रम में मौजूद डॉ नारायण झा ने कहा कि जिस जगह पर खड़े है, यह पटना की आत्मा है। यह मंच का बड़प्पन है कि सभी भाषाओं का सम्मान देते है। वहीं डॉ शंकर ने अपने गजल से लोगो को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर न्यायमूर्ति मृदुला मिश्र, प्रो गुलाबचंद्र राम जायसवाल, डॉ अनिल सुलभ, डॉ कुमार अरुणोदय, नेहाल कुमार सिंह निर्मल, सुनील दूबे, नृपेंद्र नाथ गुप्त, डॉ शंकर प्रसाद, डॉ मधु वर्मा, डॉ कल्याणी कुसुम सिंह, पूनम आनन्द,रणवीर कुमार, सागरिका रॉय, डॉ नीतू सिंह, प्रवीण कुमार पंकज, डॉ सुलक्ष्मी कुमारी, डॉ सीमा रानी, डॉ सीमा यादव, अनुपमा नाथ, आराधना प्रसाद मौजूद थीं।
(वंदना कुमारी)