पटना: पटना विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग (दरभंगा हाउस) के नए विभागाध्यक्ष के रूप में मंगलवार को डॉ. दिलीप राम ने पदभार ग्रहण किया। हिंदी विभाग निवर्तमान अध्यक्ष व पटना कॉलेज के नए प्राचार्य प्रो. तरुण कुमार ने डॉ. दिलीप राम को अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया और शॉल व पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विभाग के सेमिनार हॉल में आयोजित समारोह में प्रो. तरुण कुमार ने कहा कि पटना विवि के हिंदी विभाग के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि पहली बार दलित समाज से कोई शिक्षक इस पद पर आसीन हुआ है। नए अध्यक्ष का लेखन-संपादन से गहरा जुड़ाव है, जिसका लाभ आने वाले समय में विभाग को मिलेगा। उन्होंने कहा कि डॉ. दिलीप राम के पास शिक्षण क्षेत्र से संबंधित विभिन्न प्रकार के अनुभव हैं और इन अनुभवों से विद्यार्थी लाभांवित होंगे, ऐसा उनका विश्वास है।
पटना कॉलेज में हिंदी की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. कुमारी विभा ने कहा कि डॉ. दिलीप राम के साथ कम समय ही साथ कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। फिर, उनके साथ काम करने का अनुभव स्मरणीय है। उन्होंने कहा कि महिला होने के कारण किन कठिनाइयों को झेलकर वे आगे बढ़ीं हैं, शायद वैसी कुछ समस्याओं को झेलते हुए डॉ. दिलीप राम ने भी यहां तक की यात्रा की है और इस मुकाम तक पहुंचे हैं।
डॉ. दिलीप राम ने श्रीरामचरितमानस में राम व लक्ष्मण के स्वभावों की तुलना करते हुए प्रो. तरुण कुमार और डॉ. कुमारी विभा से मिले स्नेह की चर्चा की। उन्होंने जयशंकर प्रसाद की कालजयी रचना कामायनी के पात्र मनु का उदाहरण देते हुए अपने नवमन और मन के दो पक्षों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रो. तरुण कुमार के सान्निध्य में तीन वर्षों तक कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ है। उम्मीद है भविष्य में भी प्रो. कुमार का सान्निध्य एवं मार्गदर्शन प्राप्त होता रहेगा।
इस अवसर पर हिंदी विभाग के शिक्षक डॉ. राजेश, डॉ. रेणु चौधरी, डॉ. कंचन, सुधांशु, बीएन कॉलेज हिंदी विभाग के डॉ. विजय, डॉ. पीयूष राज, डॉ. सुजाता तथा स्नातकोत्तर जनसंचार विभाग के डॉ. गौतम कुमार व रचना सिंह समेत अन्य शिक्षकों, शोध छात्रों, विद्यार्थियों ने भी समारोह को संबोधित किया। हिंदी विभाग के शिक्षक डॉ. सितारे हिंद ने समारोह का संचालन किया।