पटना कॉलेज के बीएमसी में फोटो प्रदर्शनी का आयोजन, प्राचार्य ने विजेताओं को किया पुरस्कृत
पटना : पटना कॉलेज के जनसंचार विभाग द्वारा बुधवार को ‘दृष्टिकोण: छायाचित्र प्रतियोगिता सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अशोक कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने जॉन रस्किन के इस कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि कोई भी कला तभी उत्कृष्ट होती है, जब वह मानव के भावों को हुबहू उतार दे। प्राचार्य ने कहा कि छायाचित्र जैसी रचनात्मक गतिविधियों से विद्यार्थियों की प्रतिभा निखर कर सामने आती है, इसलिए ऐसे कार्यक्रम होते रहना चाहिए।
समारोह के विशिष्ट अतिथि पटना विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के निदेशक प्रो. तरुण कुमार ने कहा कि किसी भी शैक्षिक संस्थान के विकास में वहां के शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों का भी समान योगदान होता है। विद्यार्थी ऊर्जावान होते हैं, अत: यह आवश्यक है कि इनकी ऊर्जा का उपयोग सही जगह पर हो। पाठ्यक्रम के अलावा व्यवहारिक प्रशिक्षण और जनसंचार से जुड़ी गतिविधियों के माध्यम से इनकी ऊर्जा का उचित इस्तेमाल होता है। इससे छात्रों के साथ-साथ कॉलेज और विश्वविद्यालय का भी विकास होता है।
पटना कॉलेज के जनसंचार विभाग की समन्यवयक डॉ. कुमारी विभा ने धन्यवाद देते हुए कहा कि कोरोनाकाल के बाद पहली बार विभाग में इस तरह की चहल-पहल दिख रही है। इसके लिए विभाग के छात्र-छात्रा व शिक्षक बधाई के पात्र हैं। विद्यार्थियों के उत्साह से पता चल रहा है कि कोरोनाकाल में जो शिथिलता आ गई थी, उससे आगे निकलकर ये युवा अपने करियर के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। फोटोजर्नलिज्म के शिक्षक प्रशांत रवि ने बताया कि ‘दृष्टिकोण’ नामक इस फोटो प्रतियोगिता का थीम था— डेली लाइफ व स्ट्रीट लाइफ। इसमें 50 से अधिक चित्रों का चयन किया गया। जनसंचार के बच्चों ने फोटो के माध्यम से मानव जीवन के विविध आयामों को रेखांकित किया, यह उनकी संवेदनाओं को परिलक्षित करता है।
प्राचार्य द्वारा इस छायाचित्र प्रतियोगिता में स्नातक जनसंचार विभाग के सुमित कुमार को प्रथम, श्रेया कक्कड़ को द्वितीय तथा मो. शाहिद को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा अन्य प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। प्रतियोगिता के जूरी डॉ. नीरज कृष्ण व मनीष सिन्हा ने सर्टिफिकेट प्रदान किए। इस अवसर पर जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ. गौतम कुमार, तेज नारायण, मुद्दसिर सिद्दीकी, प्रशांत रंजन उपस्थित थे। इसके अलावा दर्शनशास्त्र विभाग की डॉ. किरण कुमारी, हिंदी विभाग के डॉ. मार्तंड प्रगल्भ, नम्रता कुमारी समेत विभिन्न विभागों के विद्यार्थी उपस्थित थे।