पटना: बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के आवाहन पर बिहार के हज़ारों नियोजित शिक्षकों ने गर्दनीबाग में धरना देकर अपना विरोध प्रदर्शन किया। सरकार की गलत शिक्षा नीतियों पर अपना आक्रोश व्यक्त किया। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने कहा कि राज्य के शिक्षकों की बदहाली के कारण सूबे की शिक्षा प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य निधि, अर्जित अवकाश, ग्रैच्युटी, ग्रुप बीमा, पुरानी पेंशन योजना समेत हमारी कई मांगे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य कर्मियों के समतुल्य नियोजित शिक्षकों का अधिकार है और इस अधिकार को नियोजित शिक्षक हर हाल में लेकर रहेंगे। राज्य सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा प्रदेश के हज़ारों नियोजित शिक्षक भुगत रहे हैं। सरकार ने महीनों से शिक्षकों को बेतन नहीं दिया है और इस कारण वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। मृतक शिक्षकों के परिजनों को न तो राशि मिल पाती है और न ही अनुकंपा के आधार पर नौकरी। प्रदेश संघ अध्यक्ष ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना को लागू करवाने को लेकर नियोजित शिक्षक लामबंद हो चुके हैं। सरकार ने हमे प्रताड़ित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। पूरे सूबे में शिक्षक और शिक्षा नीति को सरकार ध्वस्त करने पर तुली है। नियोजित शिक्षकों का वर्तमान तो अंधकारमय है ही हमारे भविष्य को और भी अंधकारमय बनाने पर सरकार तुली हुई है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगो को नहीं मानती है तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
(मानस द्विवेदी)