अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दुनिया में भारत के ज्ञान-विज्ञान का परचम फहरेगा। एक बार फिर दुनिया भारतीय संस्कृति के रंग में रंगी दिखाई देगी। 21 जून को विश्व योगमय हो जाएगा। योग भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है. योग न केवल आपके शरीर को रोगों से दूर रखता है बल्कि आपके मन को भी शांत रखने का काम करता है। आज के भौतिकवादी युग में एक ओर जहां हम विज्ञान द्वारा विकास की दृष्टि से उन्नति के शिखर पर पहुंच रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आध्यात्मिक रूप से हमारा पतन परिलक्षित हो रहा है। आज मनुष्य के खान-पान, आचार-व्यवहार सभी में परिवर्तन होने से उसका स्वास्थ्य दिन-ब-दिन गिरता जा रहा है। ऐसे में योगाभ्यास लगातार करते रहें, तो डॉक्टर और कड़वी गोलियों से काफी हद तक बचे रह सकते हैं। शरीर चुस्त और फुर्तीला रहता है। लगातार आसन और प्राणायाम के अभ्यास से मन भी शांत होने लगता है।
आधुनिक जीवनशैली के बीच लोग तेजी से नशे की लत के शिकार हो रहे है। जब इस विषय पर नाला रोड़ स्थिती आरोग्य मन्दिर अस्पताल में योग प्रशिक्षण देने वाले संजीव कुमार से बात हुई, तो उन्होंने कहा कि नशा हमारे समाज के लिए एक श्राप बन गया है। आज के युवा इस के गिरफ में तेजी से आ रहे है। इसका कारण मानसिक तनाव का नतीजा है। सोशल मीडिया के आ जाने से वह दूसरी दुनिया में खोए हुए रहते है। इनके आस-पास क्या हो रहा है। इसका अंदाजा उनको नहीं है। इस कारण वह मानसिक तनाव में चलें जाते है, जिसका नतीजा नशा का लत पड़ जाना है। इसलिए हम इस बात को ध्यान में रखते हुए। जगह-जगह शिविर लगाते है, ताकि युवाओं को इस समस्या से निकला जा सके और इसका फायदा भी दिख रहा है। बहुत से युवा इससे जुड़ रहे है। यह समाज के लिए अच्छी बात है। आइए, इनके माध्यम से जानते हैं इस समस्या से बाहर निकलें का उपाय
नशे की लत छुड़ाने के लिए योगासन
एक बार किसी को नशे की आदत लग गई तो उसे छुड़ाना बहुत ही मुश्किल होता है। लेकिन योग ऐसा साधन है जिसके जरिये आसानी से नशे की लत से छुटकारा मिल सकता है।
त्राटक के सहायता से खुद पर करें नियंत्रित
जब इंसान का खुद पर नियंत्रण नहीं रहता। तब नशे की आदत पड़ती है। जब इंसान इंद्रियों के नियंत्रण में आने लगता है तो नशे की आदत पड़ जाती है। ऐसे में त्राटक योग खुद पर नियंत्रण पाने में मदद करता है। त्राटक योग करने के लिए किसी एक स्थायी बिंदु या रोशनी को एकटक देखने की जरूरत होती है। आप शाम को किसी भी समय शांत वातावरण में किसी काले बिंदु या रोशनी को बीस मिनट तक देखें। ऐसा रोजाना तीन महीनों तक लगातार करने पर आप धीरे-धीरे खुद ही नशा छोड़ने लगेंगे।
कुंजल शौक नहीं रहने देता
कुंजल योग हर तरह के रोग और शौक से मुक्त रखता है। साथ ही यह शरीर की पेट और आहार को भी हमेशा साफ रखता है। जिससे कब्ज जैसी समस्या नहीं होती। इस योग में पानी से पेट को साफ़ किया जाता है। इस योग क्रिया को करने के लिए सुबह-सुबह नित्य-कर्म से मु्क्त हो जाएं। फिर 1 लीटर पानी को हल्का गर्म कर लें। फिर इस गर्म पानी को कगासन में बैठकर जितना हो सके उतना पी लें। फिर सीधे खड़े हो जाएं और थोड़ा सा झुकें। अब मुंह में हाथों की तीन उंगलियां डालकर घुमाएं। उंगुलियां तब तक घुमायें जब तक की उल्टी ना आ जाएं। उल्टी में सारे पानी को निकलने दीजिए। इससे दिल, लीवर और पेट साफ़ होता है और शरीर निरोग। साथ ही शरीर में हमेशा स्फूर्ति बनी रहती है।
प्राणायाम से सांसो को स्वच्छ बनाए
प्राणायाम योग निरोग रहने और तरोताजा रहने के लिए सबसे अच्छी औषधि माना जाता है। ये मन, शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को स्वच्छ और स्वस्थ रखता है। इस योग के फायदों को देखते हुए इसे योग के आठ अंगो में से चौथे स्थान पर रखा गया है।
कपालभाती के माध्यम से रहें स्वस्थ
कपालभाती योग के करने से चेहरे में चमक आती है। इसे करने से पहले दो घंटे तक कुछ खाया ना हो और करने के दो घंटे बाद तक भी कुछ ना खायें। इसे करने के लिए जमीन में साफ कपड़े पर पद्मासन या सिद्धासन मुद्रा में बैठ जायें। अब नाक से शरीर की सारी वायु को बाहर निकालें। फिर तुरंत सांस ना लें। सांस निकलाकर बीस-तीस सकेंड कर वैसे ही रहें। फिर थोड़ी देर बाद गहरी संस लें। ऐसा पंद्रह मिनट तक करें।
उपवास विधि से बनाए शरीर को स्वस्थ
जो इंसान अपने स्वाद और कंठ की कूर्मंनाडी को नियंत्रित कर लेता है तो उसे स्थायीत्व और निराहार सिद्धि प्राप्त हो जाती है। ऐसा इंसान भूख-प्यास से मुक्त हो जाता है। वैसे भी ये साइंटीफिकली तौर पर भी माना जाता है कि हफ्ते में एक दिन उपवास करने से शरीर स्वस्थ रहता है। उपवास की ये विधि नसा छुड़ाने में भी कारगर है। इसके लिए सबसे पहले एक समय खाना छोड़कर उपवास करने से शुरुआत करें। धीरे-धीरे आपको खुद ही नशा करने का मन नहीं करेगा। इस विधि की शुरुआत भौतिक उपवासों से करें।
दुनिया बाँहें फैलाकर भारत के ज्ञान का सुख लेगी
अतंरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दुनिया बाँहें फैलाकर भारत के ज्ञान का सुख लेगी । विश्व के 192 देशों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। 21 जून को दुनियाभर में लोग धरती पर माथा टेकते हुए, और सूर्य को नमस्कार करेंगे। जहां भारत समेत पूरी दुनिया योग को बाहें फैला कर इसका स्वागत कर रही है। क्या कारण है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इससे अब तक दूरी बनाए हुए है। इसका राजनीतिक कारण है या फिर अन्य वजह? खैर, वजह जो भी हो पर कल राजधानी पटना योग के लिए पूरी तरह से तैयार है।
(वंदना कुमारी)