पटना : हमारा शासन कैसे चले। अब यह देश की जनता तय करेगी। अभी तक अपने मन की बात कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब भारत के मन की बात सुनने और उस पर अमल करने की पहल की है। भारतीय जनता पार्टी की बिहार इकाई अपने नेता की इस पहल को गांव-गांव तक पहुंचाने मेें लग गयी है। भाजपा नेता व बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक पत्रकारवार्ता कर इस योजना की पूरी जानकारी दी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि भारत के जन-जन की राय जानने के लिए भाजपा के तीन सौ रथ पूरे देश में चलेंगे। जिसमें बिहार में 17 रथ चलेंगे जो बिहार के सभी चालीस लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के साथ ही सभी विधानसभा क्षेत्रों के गांव-गांव तक जायेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में वैशाली लोकतंत्र की जन्मस्थली है। बिहार के लोग भारत के मन की बात को प्रधानमंत्री तक पहुंचाने में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे। लोकतंत्र को नीचे तक पहुंचाने और निर्णय में सबको भागीदार बनाने का ऐसा प्रयोग अब तक नहीं हुआ है।
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि घोषणापत्र को कभी किसी पार्टी ने महत्व नहीं दिया था। इसबार हमने घोषणापत्र तैयार करने की प्रक्रिया को लोकतांत्रिक बनाया है। भारत के लोग संकल्पपत्र के माध्यम से अपना सुझाव हमें देंगे। यह जनसंवाद और जनभागीदारी का व्यापक और अनूठा प्रयोग है। इस अभियान को नीचे तक पहुंचाने और सबके सुझाव को सामने लाने के लिए पूरे संकल्प पत्र को 12 विभागों में बांटा गया है। जिसमेें किसानों युवाओ, महिला सशकक्तीकरण, समावेशी विकास, सुशासन, अर्थव्यवस्था, आधारभूत निर्माण, शिक्षा और कौशल विकास, सांस्कृतिक धरोहर और कामकाजी वर्ग जैसे मुद्दे केंद्र में हैं। उन्होंने कहा कि जो काम करता हैें, उसी से जनता अपेक्षा करती है। पन्द्रह वर्षों तक राजद के शासनकाल मेें कोई काम ही नहीं हुआ था तो जनता उनसे उम्मीद भी नहीं रखती है। उन्होंने कहा कि संकल्प रथ लोगों को संकल्प पत्र प्रदान करेगी, जिसपर वे अपने सुझाव लिखकर हमें देंगे। इसके साथ ही रथ पर टैबलेट की व्यवस्था रहेगी जिसमें लोग अपनी बात रिकार्ड करा सकेंगे। वहीं सोशल मीडिया और वेबसाइट के माध्यम से भी लोग अपने सुझाव दे सकते हैं।