मोतिहारी के महान शिक्षाविद ,मगध यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति चंपारण सांस्कृतिक महोदय महोत्सव के संस्थापक वरीय पत्रकार डॉ वीरेंद्र नाथ पांडे नहीं रहे। इलाज के दौरान पटना में अंतिम सांस ली। उनके पुत्र पत्रकार संजय पांडे ने बताया कि पटना से आज शाम उनका शव चांदमारी स्थित आवास पर लाया जाएगा। जहां लोग अंतिम दर्शन करेंगे।
कल सुबह पूर्व कुलपति डॉ पांडे की शव यात्रा चांदमारी स्थित आवास से निकलेगी। अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव नागदाहा में किया जाएगा। डॉ पांडेय मोतिहारी में कई शिक्षा व सांस्कृतिक संस्थाओं के संस्थापक रहे। मुख्य रूप से चंपारण सांस्कृतिक महोत्सव को एक अंतरराष्ट्रीय पहचान दी। उनके निधन से साहित्य जगत को नुकसान हुआ है। उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। वरीय पत्रकार अमरेंद्र तिवारी ने कहा कि वह अपने जीवन के अंतिम पल तक जरूरतमंदों की मदद करते रहे। पत्रकार ने कहा कि उनके निधन से उनकी व्यक्तिगत क्षति हुई है। वह उनके पत्रकारिता के गॉडफादर रहे। उनका जाना उनकी परिवारिक नुकसान है। उनके निधन पर सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने शोक जाहिर किया है।