पटना: अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर वकीलों ने पैदल मार्च निकाला। यह पैदल मार्च पटना हाइकोर्ट से शुरू हुआ और बेली रोड की ओर बढ़ा। लेकिन हड़ताली मोड़ पर पुलिस ने बैरिकेडिंग करके वकीलों के काफिला को रोक दिया। हड़ताली मोड़ के पास काफी देर तक वकीलों ने अपनी मांग के पक्ष में जोरदार नारे लगाए। नौजवान अधिवक्ता संघ, पटना हाइकोर्ट के अध्यक्ष अमित पांडेय ने कहा कि हमारा आज का यह पैदल मार्च 7 सूत्री मांगों को लेकर किया गया है। उन्होंने अपनी मांग के बारे में बताते हुए कहा कि जो नए वकील होते हैं। उन्हें काफी लंबा समय संघर्ष करना पड़ता है। अतः सरकार उन्हें कम से कम 10 हज़ार रुपए हर महीने दे। वकीलों के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए, शौचालय और ई-लाइब्रेरी की हमारी मांग है। देश के सभी अधिवक्ताओं का वीमा होना चाहिए तथा उनके परिवार के सदस्यों के लिए मुफ्त चिकित्सा व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता अपना समूचा जीवन समाज और कानून की रक्षा करने में बीताता है। इसलिए वृद्ध वकीलों को सरकार की तरफ से पेंशन की व्यवस्था होनी चाहिए।
(मानस द्ववेदी)