लघु फिल्मों के प्रदर्शन पर बोले रीतेश परमार: बिहार में फिल्में बनाना संभव, पहल की जरूरत
पटना : पाटलिपुत्र सिने सोसायटी के द्वारा शनिवार को बलात्कार एवं छेड़छाड़ पर आधारित दो लघु फिल्मों का विशेष प्रदर्शन किया गया। गैंगेटिक डाॅल्फिन इंटरटेनमेंट के बैनर तले निर्मित इन दोनों फिल्मों का लेखन व निर्देशन बिहार के फिल्म निर्देशक रीतेश परमार ने किया है।
कार्यक्रम के शुरूआत में ‘रेप एंड पाॅलिटिक्स’ फिल्म की कलाकार अस्मि प्रिया ने कथक नृत्य से सबका मन मोह लिया। नृत्य के पश्चात् दोनों लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।
फिल्म के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए फिल्म के लेखक व निर्देशक रीतेश परमार ने बताया कि दोनों फिल्में मुद्दा विशेष हैं। वर्तमान में समाज में महिलाओं के साथ बलात्कार एवं छेड़छाड़ की घटनाएं में निरंतर वृद्धि होती जा रही है। लोग घटना का विरोध करने से बचते नजर आते हैं। अगर किसी महिला के साथ छेड़छाड़ होता है तो वे सोचते हैं कि छोड़ो कौन सा मेरे अपनों के साथ हो रहा है। इस कारण से वे बचकर निकलना उचित समझते हैं। लोगों की इन्हीं मानसिकता के वजह से मनचलों की हिम्मत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और इस तरफ की घटनाओं में निरंतर वृद्धि होती जा रही है। अगर समाज के लोग किसी भी लड़की या महिला के साथ हुए घटना को खुद के परिवार से जोड़कर देखे और इसके खिलाफ सामूहिक रूप से तत्क्षण आवाज उठाये तो मनचलों में एक डर बैठेगा और वह इस तरह की घटना को अंजाम देने से पहले कई बार सोचेंगे। मेरी लघु फिल्म ‘टू मच’ इसी मुद्दा पर बनी हुई है।
उन्होंने अपनी दूसरी लघु फिल्म ‘रेप एंड पाॅलिटिक्स’ के बारे में बताते हुए कहा कि वर्तमान में राजनीतिक पार्टियां अपने राजनीतिक फायदा के अनुरूप बलात्कार की घटनाओं को भी राजनीति से जोड़ देते हैं। वे रेप पीड़िता में जात, धर्म, विचारधारा इत्यादि देखने लगते हैं। कहीं भी बलात्कार की घटना होने के बाद वे सबसे पहले यह जानने की चेष्टा करते हैं कि पीड़िता किस जाति और किस धर्म की है। उस अनुसार वह अपना प्रदर्शन करते हैं। जबकि पीड़िता सिर्फ पीड़िता होती है उसका न तो कोई जाति होता है और न ही कोई धर्म। यह लघु फिल्म इसी कहानी पर आधारित है।
फिल्म प्रदर्शन के पश्चात् फिल्म पर परिचर्चा भी की गई। फिल्म के निर्देशक रीतेश परमार ने दर्शकों से बातचीत कर फिल्म से संबंधित उनके प्रश्नों का उत्तर भी दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में रहकर फिल्में बनाना संभव है, बस थोड़ी सी पहल की जरूरत है। परिचर्चा के बाद बाल नृत्यांगना अस्मि प्रिया को शॉल देकर विश्व संवाद केंद्र के संपादक संजीव कुमार ने सम्मानित किया।
पाटलिपुत्र सिने सोसायटी द्वारा इस माह आॅस्कर नाॅमिनेटेड थीम पर फिल्म का प्रदर्शन किया जा रहा है। शनिवार को ‘साहब बीवी गुलाम’ का प्रदर्शन किया गया एवं उसपर परिचर्चा हुई।
कार्यक्रम का मंच संचालन पाटलिपुत्र सिने सोसायटी के संयोजक एवं फिल्मकार प्रशांत रंजन ने किया। कार्यक्रम में फिल्म के निर्माता राकेश कुमार, विश्व संवाद केन्द्र के संपादक संजीव कुमार, कथक गुरु कुमार कृष्ण किशोर उर्फ टिंकू जी, फिल्म के कलाकार अमन सागर, अस्मि प्रिया, बलवंत सिंह, पंकज कुमार, फिल्मकार कार्तिक कुमार, सिने प्रेमी संजय सिन्हा, कुमार कन्हैया समेत कई लोग उपस्थित थे।