फ़िल्म एक पूरा धमाका है इमोशन के साथ साथ जबरदस्त एक्शन। बीच—बीच में संवाद मुस्कुराने के मौके भी देते हैं। फ़िल्म के लोकेशन्स बहुत ही शानदार हैं और एक्शन सीन्स को बहुत ही बेहतरीन ढंग से फिल्माया गया है। कैमरे के मूवमेंट का अच्छा खासा उपयोग किया गया है। खासकर के चेजिंग सीन्स को देखकर आपको जेम्स बांड की याद आने वाली है। ह्रितिक रोशन शुरू से अंत तक स्क्रीन पर छाए रहते हैं। टाइगर श्रॉफ सेकंड हाफ में निखर कर आते हैं, पर वाणी कपूर को थोड़ा सहना पड़ता है। आशुतोष राणा सहित बाकी के कलाकारों ने अच्छा काम किया है। फ़िल्म अपने नाटकीय अंदाज़ की वजह से आपको अंत तक मजबूती से बांधे रखती है।
वाणी कपूर के दृश्य थोड़े निराश करते हैं। टाइगर भी पहले हाफ में टिपिकल टाइगर की तरह पेश आते हैं। पर, सेकंड हाफ में टाइगर और हृतिक को साथ में देखना पैसा वसूल है। बैकग्राउंड म्यूजिक दृश्यों को और भी रोमांचक बना देता है। फ़िल्म के गाने औसत हैं। फ़्लैश बैक के सीन्स का संयोजन और बेहतर ढंग से हो सकता था, पर सामान्य दर्शकों के लिए ये मायने नहीं रखता। अगर एक्शन सीन्स को हटा दें, तो फिल्म में ह्रितिक रोशन के अलावा ज्यादा कुछ खास नही दिखता है।
अगर आपको हृतिक रोशन, टाइगर श्रॉफ या फिर एक्शन मूवीज में थोड़ी सी भी रूचि है, तो आप निश्चिंत होकर देखने जा सकते हैं। आपको हॉल में तालियां और सीटियां भी खूब सुनने को मिलती है।फ़िल्म के ट्रेलर देखकर आपने जो उम्मीद की है फ़िल्म उससे कहीं बेहतर नज़र आती है। एक्शन के मामले में यह फ़िल्म पैसा वसूल साबित होती है।
ह्रितिक रोशन के एब्स के अलावे इस फ़िल्म में सबकुछ है जो एक एक्शन फ़िल्म में आप ढूंढते हैं।
स्वत्व रेटिंग— 3/5*
(सुमन कुमार)