गया कॉलेज में अभाविप ने मनाया शिक्षक दिवस, वैदिक काल से पौधरोपण का महत्व : प्राचार्य
गया : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के गया कॉलेज इकाई के द्वारा गुरुवार को गया कॉलेज अध्यक्ष मानवेंद्र पांडे के नेतृत्व में 5 सितंबर शिक्षक दिवस पौधरोपण करके मनाया। बतौर मुख्य अतिथि गया कॉलेज प्राचार्य प्रो. दिनेश प्रसाद सिन्हा शामिल हुए। इस मौके पर प्राचार्य ने कहा कि प्राचीन साहित्य में पौधरोपण और वृक्षों की देखभाल की पर्याप्त चर्चा है। वैदिक संस्कृति मूलत: आश्रम संस्कृति है और भारत गरम देश है, अत: यहां आदिकाल से ही पौधरोपण की महत्ता मान्य रही है एवं सड़कों के किनारे पेड़ लगाना एक पुनीत कार्य समझा जाता रहा है।
प्राचार्य ने कहा कि पाश्चात्य जगत में सड़कों का इतिहास जब से आरंभ होता है, उसके शताब्दियों पहले से भारतीय यात्रियों को छाया देनेवाली, शोभावाली वृक्षावलियों के लिये प्रसिद्ध थीं। सड़कों के किनारे कुआँ, बावली या सराय की अपेक्षा पौधरोपण का महत्व कम न था। वहीं गया कॉलेज के अभाविप अध्यक्ष मानवेंद्र पांडे ने कहा कि विश्व के कुछ देशों में शिक्षकों (गुरुओं) को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन होता है। कुछ देशों में छुट्टी रहती है, जबकि कुछ देश इस दिन कार्य करते हुए मनाते हैं।
भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस मौके पर गया कॉलेज उपाध्यक्ष सचिन कुमार राजीव रंजन कुमार, गया कॉलेज मंत्री उदय कुमार, उत्सव लोहानी, ओम प्रकाश इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
(राजीव प्रकाश)