पटना : महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर एवं ब्रेस्ट समस्या की बढ़ती समस्याएं उनके विकास में एक अवरोधक हैं। ब्रेस्ट संबंधी समस्याओं के निवारण हेतु पटना के ज्ञान भवन में एम्स द्वारा छठे ब्रेस्ट इमेजिंग सोसाइटी अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस तीन दिवसीय कार्यशाला सह अधिवेशन में देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के कई डॉक्टर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में संबंधित विषय के जानकारों ने ब्रेस्ट समस्या के दौरान होने वाली दिक्कतों और तकनीक की मदद से संभव इलाज के बारे में बताया। वरीय चिकित्सक सुमा चक्रवर्ती ने प्रेजेंटेशन के जरिए बताया कि ब्रेस्ट समस्या को मेमोग्रॉफी से पहचाना जा सकता है। मेमोग्रॉफी हालांकि एक सुरक्षित तकनीकी जांच है, पर 30 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं के लिए ये उपाय सही नहीं। उनकी शारीरिक क्षमता सामान्यत: कम होती है। मेमोग्रॉफी के तकनीक के विषय में उन्होने कहा कि मशीन में लगे लेंस का रिजोल्यूशन 5 मेगापिक्सल होने के साथ—साथ लेंस का एक्सपोजर समय कम होना चाहिए। वहीं मुंबई की वरीय चिकित्सक बिजल जनखारिया ने ब्रेस्ट इमेजिंग रिर्पोटिंग एंड डाटा सिस्टम को एक प्रमुख जरिया बताया मेमोग्रॉफी के दौरान।
कार्यक्रम में देश एवं पटना के विभिन्न संस्थानों के संबंधित विषय के जानकार डॉक्टरों की टीम के अलावा विदेशी जानकार भी उपस्थित थे। पटना एम्स के डॉक्टरों और विधार्थियों ने कार्यक्रम का प्रतिनिधित्व किया। ज्ञात हो कि यह अधिवेशन 18 नवंबर तक चलेगा जिसमें कई डॉक्टर शिरकत करेंगे।
सत्यम दुबे