पटना: बिहार के जानेमाने सिनेमैटोग्राफर पवन सिंह राठौर की श्रद्धांजलि सभा शनिवार को पाटलिपुत्र सिने सोसायटी के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर फिल्मकार रीतेश परमार ने पवन राठौर के बारे में अपनी स्मृतियों को साझा करते हुए बताया कि उन्होंने पवन राठौर के साथ 2 फिल्मों व 12 विज्ञापन फिल्मों में काम किया। स्वभाव से वे मिलनसार व्यक्ति थे और अपने पेशे के प्रति इमानदार थे। अद्यतन कैमरे व लेंस को लेकर वे हमेशा उत्सुक रहते थे।
पवन राठौर के सान्निध्य में कैमरे की बारीकियां सीखने वाले राजेश राठौर ने बताया कि पवन राठौर में वरीय लेंसमैन होने का कोई अभिमान नहीं था, वे स्पाॅट बाॅय के साथ भी खाना खाते थे और उनको मिलने वाली सुविधाओं में ही खुद को एडजस्ट कर लेते थे। पेशेवर स्तर पर उन्होंने हमेशा नए लड़कों को काम करने के लिए प्रोत्साहित किया और योग्यता के अनुसार अवसर देने में संकोच नहीं करते थे। विश्व संवाद केंद्र के प्रमुख संजीव कुमार ने बताया कि पत्रकारिता प्रशिक्षण कार्यशाला में बतौर प्रशिक्षक पवन राठौर 12 सालों से आ रहे थे। तकनीशियन आम तौर पर अंतरमुखी होते हैं। लेकिन, इसके विपरीत पवन राठौर सामाजिक व मिलनसार स्वभाव के थे। अपने अंदर के ज्ञान को नई पीढ़ी से साझा करने में उन्हें खुशी होती थी और इसके लिए वे पैसों वाले प्रोजेक्ट छोड़कर सिनेमैटोग्राफी की नई पौध को सींचते थे। यही कारण है कि आज बिहार में उनके द्वारा प्रशिक्षित दर्जनों सिनेमैटोग्राफर व कैमरापर्सन हैं।
श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित वीडियो एडिटर अश्विनी कुमार सिंह ने सुझाव दिया कि पवन राठौर द्वारा काम की फिल्मों का प्रदर्शन सिने सोसायटी द्वारा कराया जाए। सिने सोसायटी के सहायक समन्वयक अभिलाष दत्त ने बताया कि पवन राठौर की स्मृति में उनके नाम पर एक सिनेमैटाग्राफी कार्यशाला का आयोजन सिने सोसायटी द्वारा किया जाएगा।
इस श्रद्धांजलि सभा में फिल्मकार प्रशांत रंजन, संजीव सिन्हा, जनसंचार के छात्र प्रकाश कुमार, शुभम सिंह समेत कई अन्य फिल्म प्रेमी उपस्थित थे।