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बिहार केंद्रित विषयों पर बनने वाली फिल्मों को मिलेगी मदद : हरजोत कौर

पटना : बिहार संग्रहालय में चल रहे दो दिवसीय बाल फिल्म महोत्सव का गुरुवार को समापन हुआ। प्रतीक शर्मा निर्देशित मैथिली फिल्म ‘लोटस ब्लूम्स’ का प्रदर्शन हुआ एवं उसके बाद निर्देशक के साथ बातचीत रखी गई, जिसमें बाल दर्शकों ने कई दिलचस्प प्रश्न किए। इस दौरान कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा, पदमश्री सुधा वर्गीस, फिल्म ‘लोटस ब्लूम्स’ के निर्देशक प्रतीक शर्मा, बाल कलाकार अथ शर्मा, फिल्म क्रिटिक और पटना विश्वविद्यालय में फिल्म अकेडमिशियन प्रशांत रंजन उपस्थित रहे।

समापन सत्र को संबोधित करते हुए कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य हरजोत कौर बम्हरा ने कहा कि फ़िल्में सामाजिक व्यवहार को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने का सबसे अच्छा तरीका है। बिहार की फिल्म नीति अंतिम चरणों में है। सरकार का प्रयास है कि बिहार केंद्रित विषयों पर बनने वाली फिल्मों के लिए सरकार वित्तीय सहायता के साथ-साथ अन्य प्रकार से मदद भी करेगी। बिहार के दोनों फिल्मकरों को उनकी फिल्मों के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जरुरत है स्थानीय स्तर पर विभिन्न भाषाओं के गुणवत्तापूर्ण और अधिक फिल्मों का निर्माण किया जाए। बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है, जरुरत है बस उसे सही ढंग से प्रोत्साहित कर उभारने और विकसित करने की और इस दिशा में बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम के द्वारा कार्य किया जा रहा है। बिहार सरकार विभिन्न भाषाओं की फिल्मों को प्रोत्साहित करने की दिशा में कार्य कर रही है।

​मैथिली फिल्म ‘लोटस ब्लूम्स’ का आनंद लेतीं बच्चियां

लोटस ब्लूम्स फिल्म के प्रदर्शन के बाद परिचर्चा में निर्देशक प्रतीक शर्मा ने कहा कि क्रिएटिविटी समाज और खास कर बच्चों और युवाओं के लिए बहुत ही आवश्यक है। स्वतंत्र फिल्मकारों के लिए स्थानीय भाषाओं में फिल्मों के निर्माण के लिए बजट एक बड़ी चुनौती है। फिल्म के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया की जिस प्रकार कीचड़ में से कमल खिलता है उसी को आधार मान कर इस फिल्म का नाम रखा गया था। इसकी पूरी शूटिंग जहानाबाद के पंडुई में हुई है। परिचर्चा के दौरान यह सुझाव भी दिया गया कि एक बाल फिल्म डिवीज़न होने चाहिए, जो इस प्रकार के कार्यक्रमों का नियमित रूप से आयोजन करता रहे।

महोत्सव के समापन पर मैथिलि में बनी और विभिन्न फिल्म फेस्टिवल में सम्मानित फिल्म लोटस ब्लूम्स, झट आई बसंत और चिड़ियाखाना का प्रदर्शन किया गया ।