नर्सिंग होम की लापरवाही से गई महिला की जान, हंगामा
बाढ़ : झोलाछाप डॉक्टरों की तरह ही बाढ़ अनुमंडल में कुकुरमुत्ते की तरह इन दिनों फर्जी नर्सिंगहोमों की बाढ़-सी आ गई है, जहां अकुशल स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बड़े-बड़े ऑपरेशन किये और करवाए जा रहे हैं। जिसके कारण लोग बेमौत ही काल के गाल में समा रहे हैं। लेकिन बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की कानों पर जूं तक नहीं रेंगती और न तो ऐसे लोगों को चिन्हित कर कोई कार्रवाई करते हैं। शनिवार को ताजा-तरीन घटना सदर अस्पताल चौक के निकट ओम सेवा सदन में घटी, जहां पांच सितंबर से भर्ती बच्चेदानी निकलवाने आई पंडारक प्रखंड के कौशल्या देवी ने ब्लड चढ़ाने के दौरान ही दम तोड़ दिया,जबकि अभी ऑपरेशन शुरू भी नहीं हुआ था। जिसे मरीज के परिजन द्वारा ब्लड ग्रुप में विभेद समझा जा रहा है और आक्रोशित मरीज के परिजन ने लापरवाही बरतने के आरोप में एक नर्सिंगहोम कर्मी को जमकर धुनाई कर दी। जिसके वजह से वहां हंगामा खड़ा हो गया। नर्सिंग होम में हो रही हंगामे की सूचना मिलने पर बाढ़ पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गई है और विशेष जांच-पड़ताल में जुट गई है।
इस जांच- पड़ताल का परिणाम क्या होगा? यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। लेकिन आम आदमी की जिंदगी के साथ हो रही इस तरह की खिलवाड़ पर बिहार सरकार कब ध्यान देगी, यह तो कहना मुश्किल है? ये भी भविष्य के गर्त में ही है। सच तो यह है कि इसके पूर्व में भी यहां के प्राइवेट नर्सिंग होमों में ऐसी घटनायें हो चुकी है। वैसे तो पूरे अनुमंडल में झोला छाप डॉक्टरों एवं प्राइवेट नर्सिंग होम तथा स्वास्थ्यकर्मी कुकुरमुत्ते की तरह फैल गयी है, जो चिकित्सा करने के नाम परअपने मनमाना रकम वसूल किया करते हैं। सरकार द्वारा इसका न तो समय-समय से लाइसेंस जांच किया जाता है और न तो कोई सरकारी मापदण्ड निर्धारित है।
विवेका पहलवान एवं गुर्गे के घर छापेमारी, आरोपी फरार
बाढ़ : विवेका पहलवान के घर में दो एके-47 होने के मामले में कचहरी एरिया स्थित उसके आवास और उसके दो गुर्गे चंदन तथा विक्की फुलेलेपुर गांव में स्थित घर में बाढ़ पुलिस की सघन छापेमारी की और संवाद लिखे जाने तक कुछ भी बरामदगी की सूचना नहीं मिली है। सभी आरोपी फरार हैं और पुलिस बैरंग वापस लौटी। कुछ दिनों पूर्व में विवेका पहलवान के घर में दो एके-47 लहराने का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें विक्की, चन्दन और कर्मवीर दिखाई दे रहे थे तथा ये तीनों विवेका पहलवान के रिश्तेदार बताये जाते हैं। विवेका पहलवान के घर में उनके गुर्गे द्वारा दो एके-47 लहराये जाने को लेकर अंनत सिंह के समर्थकों द्वारा सरकार एवं पुलिस पर विवेका पहलवान को बचाए जाने का लगातार आरोप लगाया जा रहा है और विधायक अनंत सिंह के घर में एके-47 रखकर अंनत सिंह को फंसाये जाने का आरोप खुद अंनत सिंह तथा उनके समर्थकों द्वारा द्वारा आरोप लगाया जा रहा था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस किसी को भी नहीं छोड़ेगी।
सत्यनारायण चतुर्वेदी