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पटना बिहार अपडेट

3 अगस्त : बाढ़ की मुख्य ख़बरें

सरिया घोटाले की पहुंची आंच एनटीपीसी से हटाये गए कई अधिकारी

बाढ़ : एनटीपीसी में 4.20 करोड़ रुपए का सरिया घोटाले में सीबीआई के सघन जांच से हड़कंप मच  गई और कई एनटीपीसी के अधिकारी को हटाया गया। सरिया घोटाले का मामला उजागर होने के बाद कई वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला किया गया है, पर विभाग इसे औपचारिक स्थानांतरण करार दे रहा है। सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरु कर दिया है और इसके लपेटे में कई चेहरा आने की आशंका ब्यक्त की जा रही है। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बाढ़ स्थित एनटीपीसी के अज्ञात अधिकारियों तथा सुरक्षा में लगे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबलों के अज्ञात अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार जांच के क्रम में कई बड़े चेहरे भी आने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

बाढ़ स्थित सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट से सरिया चोरी का यह मामला है जो चार करोड़ से अधिक मूल्य के सरिया चोरी संगठित नेटवर्क के द्वारा की गयी थी। यह घटना बर्ष 2007 से 2016 के बीच की है। एनटीपीसी से 953.713 टन सरिया गैरकानूनी तरीके से बाहर बाजार में बेच दिया गया था। अब तक कि जांच के अनुसार करीब चार करोड़ 20 लाख से अधिक मूल्य के सरिये को गैरकानूनी तरीके से बाहर बाजार में बेच दिया गया था। इसी मामले में एनटीपीसी और सीआईएसएफ के अज्ञात अधिकारियों एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर सरिया चोरी के घोटाले को अंजाम दिया गया था। एनटीपीसी के मुख्य सतर्कता कार्यालय ने इस मामले की सीबीआई से शिकायत किया था। सीबीआई ने प्राथमिक जांच करने के बाद मामले में एफआईआर दर्ज करने का निर्णय लिया। इस घटना को अंजाम फर्जी गेटपास एवं दस्तावेजों के सहारे दिया गया था। सीबीआई ने प्रथम दृष्टया अपनी प्राथमिक जांच में पाया है कि सुसंगठित नेटवर्क द्वारा सुनियोजित साजिश के तहत इस मामले को अंजाम दिया गया था। बर्ष-2007 से 2016 के बीच फर्जी कागजातों एवं गेटपास के जरिये एनटीपीसी और सीआईएसएफ अधिकारियों की सांठगांठ से स्थानीय लोगों द्वारा सरिया को स्टील यार्ड से बाहर निकाली गयी थी। इस मामले में उन दिनों में एक प्राथमिकी पंडारक थाने में दर्ज की गयी थी। सीबीआई के संयुक्त निदेशक ने कुछ सप्ताह पहले पटना पुलिस से मामले में चार्जसीट की कॉपी मांगी थी, उसी समय माना जा रहा था कि सीबीआई इस मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी। उसी मामले को सीबीआई ने अब अपने जिम्मे लिया है। तत्कालीन पंडारक थाना प्रभारी ने इस मामले में कांड संख्या- 51/14 दर्ज किया था, जिसमें ट्रक चालक आसनशोल निवासी गौरीशंकर ठाकुर सहित चार लोगों पर धारा- 379,411,34 के तहत केश दर्ज किया गया था। लाखों की सरिया एनटीपीसी के मेटेरियल गेट के निकट पकड़ाया था। मामले का आरोप पत्र संख्या- 74/14 है। सूत्रों की मानें तो एनटीपीसी से 953.713 टन टीएमटी सरिया गैरकानूनी तरिके से स्टील यार्ड से बाहर भेजा गया था। जिसकी किमत करीब चार करोड़ 20 लाख बतायी गयी है। एनटीपीसी के अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। इस मामले में जब एनटीपीसी के आला अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो कोई भी कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं।

इस जांच में ये आशंका जतायी जा रही है कि कई पुलिसकर्मी भी जांच के दायरे में आ सकते हैं। कुछ लोगों ने नाम नही छापने के शर्त पर बताया कि स्थानीय पुलिस सरिया चोरी के मामले को अपने स्तर से रफा-दफा कर दिया करते हैं। बाढ़ अनुमंडल मुख्यालय से सटा एनटीपीसी पहले पंडारक थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता था पर अब नया एनटीपीसी थाना कार्यरत है।

सीबीआई के डीएसपी एल०के०जायसवाल ने अज्ञात लोगों के विरुध्द आईपीसी की धारा-120(बी),409,420,467,471 एवं पीसी एक्ट की धारा-13(2),13(11),13(1)(ए)के तहत एफआईआर कर जांच शुरू कर दिया है।

सत्यनारायण चतुर्वेदी