शब्द स्कूल में ‘रेन डे’ का हुआ आयोजन
बाढ़ : नगर थाना स्थित शब्द स्कूल में ‘रेन डे’ का आयोजन किया गया। इस मौके स्कूल के चेयरमैन सुरेश प्रसाद ने कहा कि बच्चों को वर्षा ऋतु के महत्व के बारे में बताना बहुत जरूरी है। इस ऋतु में पाए जाने वाले फल-सब्जी का सेवन करना चाहिए। हमें रेनकोट या छाता के साथ बाहर निकलना चाहिए। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चों ने ‘रेन रेन गो अवे’, ‘रेन ऑन द’, ‘ग्रीन ग्रास’ आदि कविताओं पर नाट्यमन्चन किया। वर्ग 2 की बच्चियों ने ‘काले मेघा पानी दे’ गीत पर नृत्य कर सबका मन मोह लिया।
इस दौरान स्पलैश पूल में बच्चों द्वारा बनाये रंग बिरंगे पेपर बोट कम्पटीशन का आयोजन भी किया था जिसमे बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया जिसके विजेता स्वेता आनन्द रहीं। इस दौरान पीहू, निकुंज, सोनू, हर्ष, रोहन, रिया, शान, साद, ऋत्विक, अनाबिया, आराध्या ने तोतली आवाज में ‘रेन रेन गो अवे’ राइम्स गाकर वहां उपस्थित लोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दिए।
इस कार्यक्रम का संचालन प्रचार्या हेमलता, उपनिदेशक शमशाद आलम और शिक्षिकाएँ आकांक्षा, सुप्रिया, प्रिया, नेहा, अर्चिता, जूही, तान्या आदि ने किया।
बिजली के चीन निर्मित तार किसानों के लिये बने जानलेवा
बाढ़ : अनुमंडल क्षेत्र में चीन निर्मित उलझे बिजली के तार किसानों के लिये मौत का कारण बनता जा रहा है। एक सप्ताह के अंदर बिजली के तार से करंट लगने के कारण चार किसानों की मौत हो चुकी है। चीन निर्मित बिजली का तार तस्करी के जरिये स्थानीय बाजारों में काफी मात्रा में पहुंच रहा है और इन तारों का उपयोग किसान अपने खेतों में बिजली के निजी पम्प में धड़ल्ले से कर रहे हैं। तार घटिया क्वालिटी के बने होने के कारण कुछ ही दिनों में जर्जर हो जाता है। जिसका खामियाजा किसान भुगत रहे हैं। सच्चाई है कि चीन निर्मित बिजली के तारों में इंसुलेटिंग लेबल बहुत कम रहता है, जो पानी तथा अन्य कारणों से सड़ कर टूटने लगता है और किसान पटवन के लिये इन तारों का उपयोग कर रहे हैं। तार पानी में भींगने के बाद ज्यादा खतरनाक हो जाता है।
चार किसानों की अबतक हो चुकी है मौत
बाढ़ अनुमंडल क्षेत्र में घटिया चाइनीज बिजली के तारों के उपयोग से चार किसानों ने अपनी जान गंवायी है। बेलछी थाना क्षेत्र के एकडंगा गांव में खेत में लगे निजी पम्प हाउस में पटवन के दौरान करंट लगने से किसान शिवनाथ की मौत हो गयी थी। भदौर थाना के चकदौलत गांव में ट्रांसफर्मर से लगे तार की चपेट में आने से करंट लगने के कारण किसान जगदीश महतो की मौत हो गयी थी तथा इसी थाने के बकावां सादिकपुर गांव में पटवन का पाइप लेकर जा रहे युवा किसान प्रदुमन कुमार को करंट लगने से मौत हो गयी थी। मंगलबार को भदौर थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव में करंट लगने से किसान रामप्रीत महतो की मौत हो गयी। इन चार किसानों की करंट लगने से हुयी मौत के बाद चारों किसानों के घरों में मातम पसरा हुआ है और इन सभी मृतक किसानों के परिजनों को अब तक कोई सरकारी सहायता नहीं मिला है। उधर विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि किसान सस्ते कीमत पर चाइनीज वायर खरीदकर खुद ही मुसीबत मोल ले रहे हैं। उन्होंने आईएसआई मार्क के गुणवत्ता बाला इंसुलेटेड बिजली की तार खरीदने की अपील किसानों से किया है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी