बक्सर : बिहार विधानसभा चुनाव की चुनावी डुगडुगी बज चुकी है। जिला प्रशासन चुनाव की तैयारियों में जुट गया है। निर्वाचन अधिकारी सह जिलाधिकारी अमन समीर पूरी तरह से चुनावी मोड में है। एक अक्टूबर को अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। उसके बाद से ही नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी। चुनावी दंगल का अखाड़ा बिल्कुल सज गया है। लेकिन इस अखाड़े में लड़ने वाले पहलवानों का अब तक कोई अता पता नहीं है। जिले में चारो विधानसभा सीटों पर 28 अक्टूबर को पहले चरण में ही मतदान होना है। लेकिन किसी भी दल या गठबंधन के द्वारा अब तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं किया गया है। ऐसे में मतदाताओं के बीच उहापोह की स्थिति बनी हुई है। तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
गुप्तेश्वर पांडे की एंट्री ने बढ़ाई चुनावी सरगर्मी
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे जदयू का दामन थाम लिया है। अब इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। जिले के राजनीतिक जायके में छौंक तो लगा ही दिया है। सूत्रों की माने तो वह बक्सर विधानसभा से एनडीए के घटक जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। जिसकी चर्चा इन दिनों जोरों पर है ।ऐसे में बक्सर एक हॉट सीट बनती दिख रही है। हालांकि कि अभी तक साफ नही है, कि ये कहाँ से चुनावी ताल ठोंकेगे। यहाँ से कांग्रेस पार्टी से संजय तिवारी विधायक हैं।इनका भी अभी तक फाइनल नही हुआ है। महागठबंधन से इस बार किसका चेहरा होगा? सूचना के मुताबिक कांग्रेस के तरफ से जिला अध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन भी उम्मीदवारी की दौड़ में है।वही राजद के कार्यकर्ता भी अपनी उम्मीदवारी मांग कर रहे है।
जिले के वीआईपी सीट राजपुर विधान सभा (सु॰) भी अंधेरे में
जिले का वीआईपी सीट माना जाने वाला राजपुर सुरक्षित विधानसभा सीट की भी कमोवेश स्थिति वही है। यहां से भी चुनावी दंगल के पहलवान अभी नजर नहीं आ रहे हैं। वैसे जदयू का मानना है कि यहां से एनडीए के तरफ से जदयू ही चुनाव लड़ेगा। परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला प्रत्याशी होंगे। लेकिन महागठबंधन की तरफ से अभी तक किसी का चेहरा साफ नहीं है। राजपुर विधानसभा से संतोष कुमार निराला 32788 वोटों से भाजपा के प्रत्याशी विश्वनाथ राम को पराजित किया था।सूचना के अनुसार इस बार आम आदमी पार्टी भी अपना उम्मीदवार उतने की तैयारी में है। पार्टी के तरफ से अक्षबर राम अपनी उम्मीदवारी की दावा करते हूए पिछले दो महीने से जनसंपर्क कर रहे है।
डुमरांव अनुमंडल के भी दोनों सीटों पर असमंजस
जिले के डुमरांव अनुमंडल में आने वाले ब्रह्मपुर विधानसभा और डुमराव विधानसभा का भी हाल वही है ।यहां भी पत्ते अभी तक किसी दल में नहीं खोलें पिछली बार ब्रह्मपुर में राजद का कब्जा रहा।यहा राजद के शंभू यादव विधायक है। तो डुमरांव सीट पर जदयू से ददन पहलवान ने बाजी मारी थी। गठबंधन दलों में सीटो के बंटवारा नहीं होने से लोगों में ऊहापोह की स्थिति अभी भी बरकरार है।अब देखना यह है कि राजनैतिक दल कब तक जनता को कयासों के दौर से बाहर निकालते है।
चंद्रकेतु पांडेय