‘लादेन’ समेत आधा दर्जन लुटेरे लुट की मोबाइल के साथ गिरफ्तार
मुज़फ़्फ़रपुर : मोतिहारी जिले का चर्चित अफसर आलम उर्फ लादेन अंतरजिला मोबाईल लूट एवं आपराधिक घटनाओं का बड़ा गिरोह चलाता था। शहर से लेकर गांव तक मे मोबाईल लूट की वारदात को इस गिरोह के लोग लगातार अंजाम दे रहे थे। सिटी एसपी ने बताया कि इस गिरोह के उद्भेदन से जिले में हो रही मोबाईल लूट एवं आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
जिला पुलिस ने राहगीरों से मोबाइल छिनतई करने वाले अंतर्रजिला गिरोह को दबोचा है। इनमें मोतिहारी के ‘लादेन’ समेत आधा दर्जन लूटेरा शामिल है। इनके पास से दो कट्टा, 24 छिनतई की गई मोबाइल व 34 सिम कार्ड बरामद किये गए है। अहियापुर थानेदार मुकेश कुमार के बयान पर इनके खिलाफ एफआईआर दर्जकर कोर्ट में पेश किया गया।
सिटी एसनी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस लगातार मोबाइल छिनतई करने वाले गिरोह को दबोचकर हवालात भेज रही है। इसी क्रम में गुरुवार को गुप्त सूचना मिली कि बैरिया बस स्टैंड के पास जुट रहें है। सभी वहीं से अलग-अलग इलाके से वारदात को अंजाम देने के लिए निकलेंगे।
इसके बिना पर उनके निर्देशन पर नगर डीएसपी, प्रशिक्षु डीएसपी, अहियापुर थानेदार मुकेश कुमार व ब्रह्मपुरा थाने के प्रशिक्षु दारोगा की टीम ने बैरिया बस स्टैंड की सिविल में नाकेबंदी की। इस दौरान ब्रह्मपुरा थाना के दाउदपुर कोठी के मो. आशिक को पुलिस ने दबोचा। इसके बाद अहियापुर दादर के करण कुमार पांडेय, मोतिहारी के कोटवा थाना क्षेत्र के अहिरौलिया के अफसर आलम उर्फ लादेन, न्यू पुलिस लाइन के मनीष, मोतिहारी कोटवा के दीपहूं के रंजन कुमार और सदर थाना के बीबीगंज आनंदपुरी के मनीष पांडेय को दबोचा गया। आशिक व करण पांडेय को छिनतई किये गए मोबाइल व लोडेड कट्टा के साथ पकड़ा गया। साथ ही इनके पास से मोबाइल व सिम बरामद किया गया।
अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की हुई बैठक
मुजफ्फरपुर : अनुसूचित जाति-/जनजाति अत्याचार निवारण के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम-2016 के तहत जिला स्तरीय सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक जिला पदाधिकारी डॉ० चन्द्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में सम्पन्न हुई।
बैठक में उपस्थित सभी माननीय सदस्यों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अनुसूचित जाति/ जनजाति अत्याचार निवारण के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। जिला प्रशासन का संपूर्ण तंत्र इस दिशा में तत्पर है। बैठक में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति पर अत्याचार से संबंधित दायर हुए मामलों की समीक्षा की गई। साथ ही आवश्यक निर्देश दिए गए।
जिला कल्याण पदाधिकारी विजय कुमार ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति अत्याचार राहत से संबंधित कुल 60 मामलों में वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा अनुशंसा प्राप्त हुए हैं। जिसमें से कुल 54 पीड़ितों का मुआवजा प्रस्ताव स्वीकृति योग्य है। जिसमें कुल 3102500 रुपये व्यय होंगे। बताया गया कि शेष 06 पीड़ितों का मुआवजा प्रस्ताव तृटिपूर्ण है, जिसके निराकरण हेतु संबंधित से पत्राचार किया गया है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि लंबित मामलों का शीघ्र निष्पादन करना सुनिश्चित किया जाए।
जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि विगत बैठक में कुल 44 मामलों में राहत सहायता की स्वीकृति प्रदान की गई थी, जिसमें कुल 40 वादियो को मुआवजा की राशि भुगतान कर दिया गया है। शेष चारों वादियों से खाता संख्या प्राप्त किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इसे ससमय निष्पादन करना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020 -21 में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग बिहार द्वारा कुल ₹2500000 का आवंटन प्राप्त हुआ है। विभाग से 63 लाख 20 हजार रुपये का अतिरिक्त आवंटन की मांग की गई है।उन्होंने बताया कि हत्या संबंधित छह मामलों में पेंशन का भुगतान किया जा रहा है।
जिला पदाधिकारी ने जिला कल्याण पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि विगत वर्षों में अब तक कुल कितने आवेदन प्राप्त हुए हैं। उसकी पूरी विवरणी समिति के समक्ष प्रपत्र में उपस्थापित करें। इसमें कितने मामले अभी तक लंबित हैं, कितनों को भुगतान योग्य राशि दे दी गई है ।उसका भी उल्लेख रहेगा। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति पर हुए अत्याचार से संबंधित आवेदन प्राप्त होते ही मामले को संज्ञान में लाया जाय। बैठक में उप पुलिस अधीक्षक(मुख्यालय), जिला कल्याण पदाधिकारी-विजय कुमार,डीपीआरओ कमल सिंह, माननीय सदस्य-कपिलदेव राम,श्री जयनंदन प्रसाद और रमाशंकर चौधरी के साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
सुनील कुमार अकेला