डकैती के साथ-साथ किराना व्यवसायी की बेटी को किया अगवा
मुज़फ़्फ़रपुर : जिले में डकैती के दौरान पाट-मारपीट कर बेटी को अगवा करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच-28 को जाम कर दिया।
मुज़फ़्फ़रपुर के सदर थाना क्षेत्र के दिघरा गाँव मे देर रात हथियार बन्द डकैतों ने किराना व्यवसाई शम्भु नाथ पांडेय के घर डाका डाला। हथियारबंद डकैत आंगन में बांस के सहारे घर में घुस गए और महिलाओं को गन प्वाइंट पर लेकर लूट पाट करने लगे। इस दौरान विरोध करने पर घर वालो के साथ मारपीट भी किया।
जेवरात एवं नगदी के साथ साथ जाते समय गृह स्वामी के 15 वर्षीय बेटी को भी अगवा कर लेते गए। गृह स्वामी द्वारा पुलिस को सूचना देने के बाद भी पुलिस के नहीं आने से आक्रोशित ग्रामीणों ने सुबह से ही एनएच -28 को दिघरा गांव के पास जाम कर विरोध प्रदर्शन किया।
आगामी विधानसभा चुनाव को ले डीएम ने की बैठक
मुजफ्फरपुर : समाहरणालय के सभाकक्ष में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी डॉ० चन्द्रशेखर सिंह ने आगामी बिहार विधान सभा चुनाव -2020 को लेकर गठित कोषांगों के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। निर्देश दिया कि ससमय कोषांग से संबंधित कार्य रिपोर्ट तैयार करें। सभी संबंधित पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए प्रतिदिन नियमित रूप से अपने कोषांगों से संबंधित कार्यों की समीक्षा करेंगे। विधानसभा चुनाव नियत समय पर होंगे। अत: सभी पदाधिकारी एवं कर्मी पूरी तरह इलेक्शन मोड में आ जाएं।
इस बार के चुनाव में कोविड-19 के प्रोटोकॉल तथा भारत निर्वाचन आयोग एवं समय-समय पर सरकार द्वारा दिए जा रहे मार्गदर्शन का पूरी तरह अनुपालन करें। सभी निर्वाची पदाधिकारी, सहायक निर्वाची पदाधिकारी एवं कोषांगों के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्वाचन संबंधी कार्य में मास्क एवं सैनिटाइजर का प्रयोग अवश्य करें । सामाजिक दूरी का पूरी तरह ख्याल रखें। निर्वाचन में कार्मिक कोषांग का महत्वपूर्ण योगदान होगा। कर्मियों की प्रतिनियुक्ति में पूरी सावधानी बरतनी होगी।
नोडल पदाधिकारी कार्मिक कोषांग डीसीएलआर पूर्वी द्वारा कार्मिक कोषांग से संबंधित अभी तक किए गए कार्यों से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। वही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन/वीवी पैट कोषांग के नोडल अधिकारी मो फ़ैयाज़ अख्तर ,निदेशक डीआरडीए द्वारा अपने कोषांग से संबंधित अभी तक की गई तैयारियों के बारे में विशेष जानकारी जिला पदाधिकारी को दी गई। सभी कोषांग के वरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि समय-समय पर अपने कोषांगों की समीक्षा करना सुनिश्चित करें।
सभी एक दूसरे से समन्वय स्थापित करते हुए निर्वाचन कार्य के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करना सुनिश्चित करेंगे ।बैठक में वज्रगृह कोषांग,स्वीप एवं पीडब्ल्यूडी कोषांग, मीडिया एवं एमसीएमसी कोषांग, वाहन कोषांग, विधि व्यवस्था कोषांग, निर्वाचन व्यय अनुश्रवण कोषांग, मतपत्र/ पोस्टल बैलट कोषांग तथा अन्य कोषांगों की समीक्षा की गई एवं महत्वपूर्ण निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया।मीडिया कोषांग के वरीय पदाधिकारी तथा नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जिला अंतर्गत संबंधित प्रिट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें। ताकि मीडिया प्रतिनिधि निर्वाचन कार्य ,ईवीएम, वीवीपैट की हैंड्स ऑन ट्रेनिग मीडिया प्रतिनिधियों को चुनाव में क्या करें, क्या न करें से भलीभांति परिचित हो जाएं। शीघ्र ही मीडिया प्रतिनिधियों को ट्रेनिग की तिथि निर्धारित की जाएगी।
वोटरों को जागरूक करने के लिए कई स्तर पर होंगे जागरूकता कार्यक्रम
स्वीप कोषांग के नोडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस बार के चुनाव में सोशल मीडिय, प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। साथ ही मास्क का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करते हुए पंचायत, गांव और टोला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ।वहीं एमसीएमसी के तहत राजनीतिक विज्ञापनों पर भी सतत निगरानी रखी जाएगी। सोशल मीडिया पर पैनी नजर रहेगी। सोशल मीडिया का दुरुपयोग तथा उसके बेजा इस्तेमाल करने वाले पर विधि सम्मत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारी एवं वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
मोदी के मन की बात से प्रेरणा ले, खिलौना बना सवारेंगे अपना भविष्य
मुजफ्फरपुर : भारत में खिलौना बाजार विकसित करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कही है। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हर घर में खिलौने बनाए जाने चाहिए। इससे ग्लोबल टॉय मार्केट में भारत की सहभागिता बढ़ेगी।
बिहार में त्योहारों के दौरान बड़े पैमाने पर चीनी खिलौनें और बिजली के उपकरण की बिक्री होती है। पीएम मोदी के आह्वान के बाद स्थानीय स्तर पर खिलौनों के उत्पादन की मांग जोर पकड़ने लगी है। मुजफ्फरपुर में एक युवा मिट्टी कलाकार पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की बातों के ऐसा असर पड़ा है कि उसनें खिलौना उत्पादन में अपना कैरियर संवारने का निर्णय ले लिया है। रमेश पहले से परिवार के साथ मिट्टी के बर्तन बनाने में सहयोग करता था। अब खादी ग्रामोद्योग से सहयोग लेकर रमेश खिलौने के संसार में अपना भविष्य तलाश रहा है।
जिला खादी ग्रामोद्योग संघ नें रमेश के खिलौने को खादी शो रुम और प्रदर्शनी के माध्यम से विदेशों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। बीते रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नें अपने मन की बात में बच्चों के खिलौने को लेकर काफी देर तक बातें की। अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ग्लोबल टॉय इंडस्ट्री 7 लाख करोड़ से अधिक की है। इतना बड़ा कारोबार होने के बावजूद, इसमें भारत की भागीदारी बेहद कम है।
पीएम मोदी के मुताबिक, कुटीर उद्योगों के तहत घर-घर खिलौने का निर्माण होना चाहिए. पीएम के अनुसार अगर देश एमएसएमई के तहत खिलौनों का बड़े पैमाने पर उत्पादन करता है, तो ग्लोबल मार्केट में भारत की हिस्सेदारी भी बढ़ेगी।
पीएम नें संदेश दिया कि खिलौना न सिर्फ बच्चों के मनोरंजन और मानसिक विकास का साधन है बल्कि उद्यमियों के लिए रोजगार हासिल करने और दूसरों को काम देने का बड़ा साधन भी है।
उन्होनें खिलौने के स्थानीय उत्पादन पर काफी जोर दिया। प्रधानमंत्री की इस बात से मुजफ्फरपुर के कन्हौली का युवक रमेश पंडित काफी उत्साहित है। इन्टर तक की पढाई कर चुका रमेश का परिवार मिट्टी के पारंपरिक बर्तन और मुर्तियां बनाता है। रमेश भी उसमें सहयोग करता है। प्रधानमंत्री के मन की बात सुनकर उसके सपनों को नये पंख लग गये हैं।
रमेश नें तत्काल इसके लिए मुजफ्फरपुर जिला खादी ग्रामोद्योग संघ से संपर्क किया और खिलौना बनाने और उसकी मार्केटिंग पर संघ से आग्रह किया। रमेश का मानना है कि चाईना से खिलौने का आवक नही होने के कारण भारतीय बाजार में इस कारोबार का बहुत स्कोप है। साथ हीं मिट्टी से अपनी संस्कृति पर आधारित रंग बिरंगे खिलौने बनाना आसान भी है।
जिला खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष नें जब रमेश की योजना सुनी तो वे काफी प्रसन्न हुए। उन्होनें रमेश को इसके लिए आवश्यक औपचारिकता की जानकारी दी और उत्पादन बढाने का निर्देश दिया। संघ के अध्यक्ष विरेन्द्र कुमार का कहना है कि रमेश जैसे युवाओं को प्रोत्साहन देना समय की जरुरत है। खादी के नैशनल और इन्टरनैशनल नेटवर्क का इन्हें लाभ दिलाया जाएगा।
गौरतलब है कि देश भर में जयदातर ये समान चीन से आयात होता है चीन त्योहारों के दौरान अरबो रुपये की कमाई बिहार जैसे राज्यो से करता है। लेकिन लोकल स्तर पर खिलौना निर्माण और इसके डिमांड से चीन की इससे होने वाली कमाई पर तो शिकंजा कसेगा ही। स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर रोजगार भी मिलेगा। तो जरूरत है इस तरह के रोजगार को बढ़ावा देने की ।
सुनील कुमार अकेला