बारिश थमने के बाद भी नदियों के जस्तर में नहीं आई कमी
मुजफ्फरपुर : जिले में बारिश थमने के बाद भी नदियों के जलस्तर में कोई कमी नहीं आई है। बंदरा प्रखंड अंतर्गत बड़गांव पंचायत के बगाही में बूढ़ी गंडक का रिंग बांध करीब 20 फीट में टूट गया पानी की धार काफी तेज होने का कारण कुछ देर में ही बांध करीब 50 फीट से ज्यादा में टूट गया। बांध टूटने की वजह से करीब 200 परिवार पानी में घिर गए हैं। बांध के दोनों तरफ आबादी व मवेसी फंसे हुए है।
बांध टूटने से गांव में भगदड़ मच गई। बांध टूटते ही लोगो मे अफरा-तफरी मच गई। लोग घर छोड़कर ऊंचे स्थल के लिए पलायन कर गए है। मुजफ्फरपुर में बाढ़ लगातार अपना पैर फैलाते जा रहा है हर रोज नए इलाके चपेट में आ रहे हैं। अब तक जिले के 13 प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ चुके है, जिले में गंडक, बूढ़ी गंडक बागमती के अलावा लखनदेई व मनुस्मारा नदी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। एक के बाद एक कर कुल 13 प्रखंडों को बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया है।
उधर, बूढ़ी गंडक नदी का पानी मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र के नए इलाकों में फैल रहा है। अखाड़ाघाट, सलेमपुर, आश्रमघाट आदि इलाकों में बाढ़ का कहर जारी है।बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गंडक नदी के जलस्तर में हल्की गिरावट हुई, लेकिन खतरे के निशान के पार रहा।
सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना देख पुलिस ने चटकाई लाठियां
मुजफ्फरपुर : लॉकडाउन के बावजूद मोतीझील में खरीदारों की भीड़ उमड़ने पर नगर थाने की पुलिस ने विशेष अभियान चलाया। सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी होते देख पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठियां बरसाईं। पुलिस ने लोगो को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इसके बाद दुकानदार हो या खरीदार, सभी गिरते-पड़ते भागने लगे। कई दुकानदार तो अपनी दुकान बंद किए बिना ही भाग चले। इससे मोतीझील में अफरातफरी रही।
जिले में 31 जुलाई तक लॉकडाउन है। इस दौरान अनिवार्य सेवा से जुड़ी दुकानें ही खोलनी हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए पुलिस सख्ती बरत रही थी, लेकिन खासकर मोबाइल और इसके पार्ट्स-पुर्जा की दुकानों के खुलने से मोतीझील में जाम लग रहा था। सड़क पर पार्किंग कर वाहन चालक गायब हो जा रहे थे। इससे मोबाइल मार्केट के सामने जाम से भीड़ भाड़ हो जा रही थी। पुलिस की इसकी लगातार शिकायत मिल रही थी। इसपर पुलिस ने अभियान चलाकर दुकानों को बंद कराया।
लॉकडाउन के पालन को ले पुलिस हुई सख़्त
मुजफ्फरपुर : शहर में लॉकडाउन के बावजूद बड़ी संख्या में दुकानदार चोरी छुपे दुकान खोल रहे हैं। लॉकडाउन के उलंधन पर पुलिस जम कर खबर ले रही है। दुकानदारों को पुलिस खदेड़ खदेड़ कर पिटती दिखाई दे रही है। दरअसल बाजार की गलियों में चोरी- चुपके दुकान खोली जा रही हैं । जिसमें प्रसिद्ध अप्सरा मार्केट की मोबाइल दुकानें भी कुछ दुकानदार चोरी चुपके खोल रहे हैं।
नगर थाना पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली की कार्यवाही शुरू हो गई। एसआई जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस का एक दल मोतीझील में निकला तो दुकानदार अपनी दुकानें छोड़ छोड़ कर भागने लगे। कुछ दुकानदार अपनी दुकानों में छिप गए। पुलिस ने वैसे दुकानदारों की जमकर खबर ली। पहले उन्हें लाठी से पीटा और फिर खदेड़ कर छोड़ दिया गया। इस दौरान सड़कों पर लॉकडाउन तोड़ने वालों के भागने दौड़ने की अजीब सी दृश्य दिख रही थी। एसआई जितेंद्र ने बताया कि तेजी से फैल रहे कोरोना को रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन लगाया है। लेकिन कुछ लोग इसे मानने को तैयार नहीं है। इसलिए उन्हें लॉकडाउन का पालन करने के लिए समझाया बुझाया जा रहा है । जितेंद्र ने लोगों से अपील किया है की लॉक डाउन का पूरा पालन करें कोरोना से खुद बचे और लोगों को भी बचाएं ।
पूर्व मंत्री ने बाढ़ प्रभवित गांव का किया दौरा
मुजफ्फरपुर : जिले के दादर पंचायत के विजयी छपरा गांव की स्थिति बाढ़ के कारण बेहद खराबहो गया है। बाढ़ में फसे है सैकड़ो सहनी परिवार। आज पूर्व मंत्री अजीत कुमार अपने प्रमुख साथियों के साथ गांव के स्थिति का लिया जायजा।
प्रभावित स्थल से ही जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी श्री अनिल कुमार दास एवं कांटी के वरीय प्रभारी श्री उदय कुमार झा को स्थिति से अवगत कराया । अजीत कुमार ने कहा यदि आज स्थिति पर प्रशासन काबू नहीं पाया तो कल उतरेंगे सड़क पर। प्रभावित स्थल पर जमे हैं टीम अजीत कुमार के प्रमुख साथी गण। प्रभावित लोगों को कर रहे हैं मदद। सूचना के बाद बी डी ओ के नेतृत्व में स्थिति का जायजा लेने पहुंचा सरकारी काफिला। पांच दिन बाद भी विजय छपरा के लोगों को सरकारी राहत नहीं मिलने से पूर्व मंत्री बेहद नाराज।
कोरोना को ले डीएम ने की समीक्षा बैठक
मुजफ्फरपुर : समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में कोविड-19 से संबंधित एक समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में कंटेनमेंट जोन, पीएचसी वार कोरोना जांच, डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर, मेडिसिन किट का वितरण,होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगियों से की जाने वाली काउंसलिंग ,कोरोना के इलाज में निजी अस्पतालों का सहभागिता,होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगियों का टेलीमेडिसिन counselling द्वारा दी जानी वाली सेवा तथा अन्य बिंदुओं पर समीक्षा की गई एवं इस संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। कोविड केयर सेंटर ग्लोकल अस्पताल को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के रूप में अपग्रेड करने के संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि उक्त अस्पताल में 40 बेडो पर ऑक्सीजन सप्लाई हेतु पाइपलाइन के सुदृढ़ व्यवस्था है जबकि 20 बेड ऑक्सीजन सिलेंडर युक्त हैं। निर्देश दिया गया कि शेष बचे बेड के लिये दो दिन के अंदर उपयुक्त व्यवस्था करना सुनिश्चित की जाए ।
वही तुर्की कोविड केयर सेंटर को भी अपग्रेड करने के उद्देश्य से 100 बेड के लिए सिलेंडरयुक्त व्यवस्था दो दिन के अंदर सुनिश्चित करें। सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया कि उक्त केंद्रों पर एमबीबीएस चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति शीघ्र करें ।साथ ही चिकित्सकों /पैरामेडिकल स्टाफ की काउंसलिंग करना भी सुनिश्चित की जाए। सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किए जा रहे हैं जांच से संबंधित दैनिक प्रतिवेदन। स- समय उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। कंटेनमेंट जोन की समीक्षा के क्रम में जानकारी दी गई कि जिले में अभी तक 100 कंटेनमेंट जोन बनाए गए है। जिलाधिकारी द्वारा कंटेनमेंट जोन से संबंधित कोषांग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि कंटेनमेंट जोन पर विशेष फोकस रहते हुए कार्य करें।हायर रिस्क के क्लोज कॉन्टेक्ट की ट्रेसिंग,सभी की स्क्रीनिंग /सैम्पलिंग को लेकर गंभीरता पूर्वक कार्य करना सुनिश्चित करें। कंटेनमेंट जोन में आवाजाही पर रोक लगाई जाए ।कंटेनमेंट जोन की सतत मॉनिटरिंग की जाए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि कुल पाए गए पोजिटिव केस में लगभग एक तिहाई ऐसे मामले हैं जिसमें व्यक्ति द्वारा एक से अधिक बार जांच करा लिया जा रहा है। यह भी पॉजिटिव केस बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कारण है।
जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि ऐसे व्यक्तियों की ही जांच की जाए जिनमें लक्षण दृष्टिगोचर होते हों। ए-सिंप्टोमेटिक मरीजों की ही जांच की जाए ।साथ ही विभाग को प्रस्ताव भेजा जाए कि नाम,पता,उम्र ,मोबाइल नंबर के साथ आधार कार्ड उपलब्ध कराने वाले व्यक्ति की ही जांच की जाए। टेलीमेडिसिन काउंसलिंग की सेवा भी नियंत्रण कक्ष के द्वारा लगातार दी जा रही है। आज तीन व्यक्तियों की टेलीमेडिसिन काउंसिल के द्वारा काउंसलिंग की गई। वे बगहा और बेतिया से संबंधित थे। अभी तक कुल 34 लोगों को टेलीमेडिसिन के द्वारा काउंसलिंग की सेवा दी गई है। होम आईसोलेशन में रहने वाले पॉजिटिव मरीजो से नियमित रूप से बात की जा रही है।आज 186 लोगों से बात की गई और अभी तक कुल 1638 लोगों की काउंसलिंग दूरभाष के माध्यम से की गई ।वही आज 29 मेडिसिन किट का वितरण किया गया और अभी तक कुल 299 मेडिसीन किट होम आईसोलेशन में रहने वाले रोगियों को दिया गया। कंट्रोल रूम में अभी तक कोविड-19 से सम्बंधित कुल 9427 कॉल प्राप्त हुए है।
बैठक में सहायक समाहर्ता खुशबू गुप्ता, डीसीएलआर पश्चिमी एस के अलबेला, जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह, सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सुनील कुमार अकेला