पेड़ से लटका मिला शव, सनसनी
मुज़फ़्फ़रपुर : जिले के कटरा थाना क्षेत्र के सिंगबाङी में पेड़ से लटका शव बरामद होने से इलाक़े में सनसनी फ़ैल गई है, मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। इससे पूर्व में मालिक की भी कर दी गई थी हत्या।
घटना मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र के सिगवाङी का है जहां अहले सुबह पेड़ से लटका हुआ एक युवक का शव बरामद हुआ, जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया, लोगों की काफी भीड़ जुटने लगी वहीं परिजनों द्वारा हत्या कर पेड़ से शव लटका देने की बात कह रहे हैं, घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है स्थानीय लोगों के द्वारा वरीये अधिकारी को बुलाने की मांग की जा रही है।
वहीं परिजनों ने बताया दिलीप खली का कारोबार करता था और परिवार के साथ जीवन यापन करता था काफी उन्नति पर पहुंच चुका था खाना खाने के बाद छत पर चढ़ा उसके बाद छत से नीचे नहीं उतरा सुबह लोगों द्वारा यह सूचना मिली कि पेड़ से लटका हुआ लास पड़ा है, परिजन को किसी के द्वारा हत्या कर पेड़ से सव को लटका दिया गया। परिजनों के द्वारा किस किसी भी व्यक्ति को आरोपित नहीं किया गया है।
आगामी त्योहारों पर शांति व्यवस्था को ले जिलाधिकारी ने की बैठक
मुज़फ़्फ़रपुर : जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत की संयुक्त अध्यक्षता में मुहर्रम/गणेश पूजा के अवसर पर विधि -व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की ब्रीफिंग की गयी। संबंधित दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि प्रतिनियुक्त सभी दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारी गंभीरता पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर कोई प्रतिमा स्थापित नहीं की जाएगी,वहीं त्यौहार के दौरान झांकी एवं ताजिया निकलने पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि कोरोना को देखते हुए सरकार द्वारा गणेश पूजा/मोहर्रम को लेकर निर्गत गाइडलाइन का अनुपालन सख्ती से करवाना सुनिश्चित करें उन्होंने कहा कि गणेश पूजा एवं मुहर्रम पर्व के दौरान सार्वजनिक स्थल पर किसी प्रकार का धार्मिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर समूह में पर्व त्यौहार के आयोजन पर जनहित में रोक लगाई गई है ।
उक्त अवधि में घरों में ही सुरक्षित तरीके से मुहर्रम मनाया जा सकता है। वरीय पुलिस अधीक्षक ने पुलिस पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए निर्देश दिया कि सभी थानाध्यक्ष /जमादार/ चौकीदार से एवं अन्य स्रोत के माध्यम से अपने क्षेत्रों की आम सूचना का संकलन करेंगे एवं प्राप्त सूचना पर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में सड़कों पर कोई जुलूस नहीं निकलेगा। उन्होंने कहा कि समुदाय/ जाति /वर्ग और मजहब के नाम पर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले कृत्यों के विरुद्ध सख्ती बढ़ती जाएगी। वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि पर्व/ त्यौहार के दौरान या किसी भी अवसर पर यदिअफवाह फैलाई जाती है तो अफवाह फैलाने वाले के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें ।
संयुक्त ब्रीफिंग में निर्देश दिया गया कि संवेदनशील जगहों को चिन्हित करते हुए वहां विशेष चौकसी बरती जाए तथा 107 के तहत बाउंड डाउन करें। डीजे संचालकों को चेतावनी दे दी जाए कि पूजा पर्व के दौरान यदि किसी तरह का बाजा या डीजे का उपयोग किया गया तो न केवल उसे जब्त किया जाएगा बल्कि प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी। विधि व्यवस्था का संधारण एवं शांति व्यवस्था कायम करने के मद्देनजर 29 अगस्त से 31 अगस्त तक के लिए सेक्टर दंडाधिकारी , स्टैटिक दंडाधिकारी, सूचना संग्रहण पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी तथा पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है तथा जिला नियंत्रण कक्ष का गठन भी किया गया। अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी पश्चिमी तथा संबंधित पुलिस उपाधीक्षक अपने क्षेत्र अंतर्गत उपरोक्त आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराएंगे।
स्थानीय पी आई आर में जिला नियंत्रण कक्ष कार्य करेगा। जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभार में अपर अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी सुश्री पूजा प्रीतम होंगी। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 0621- 2212377 एवं 2216275 है। नियंत्रण कक्ष 29 अगस्त के 6:00 बजे पूर्वाहन से 31 अगस्त के 10:00 बजे रात तक कार्यरत रहेगा। श्री राजेश कुमार अपर समाहर्ता एवं श्री नीरज कुमार सिंह पुलिस अधीक्षक नगर – विधि व्यवस्था हेतु जिले के संपूर्ण प्रभार में रहेंगे ।पूर्वी एवं पश्चिमी दोनों अनुमंडल में कूल 283 दंडाधिकारियों और सूचना संग्रहण पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को भी प्रतिनियुक्त किया गया है ।जबकि पूरे जिले को 9 सेक्टर में विभाजित करते हुए नौ सेक्टर अधिकारियों को भी प्रतिनियुक्त किया गया है।
डीएम ने बाढ़ राहत कार्य की कि समीक्षा
मुजफ्फरपुर : जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में एक समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में बाढ़ की अधतन स्थिति एवं राहत कार्यों की समीक्षा की गई। निर्देश दिया गया कि अभी भी बाढ़ को लेकर अलर्ट रहने की आवश्यकता है। विभिन्न अंचलों में बाढ़ से प्रभावित परिवारों को छह हजार रुपया प्रति परिवार की दर से देय अनुग्रहित राशि(जीआर) वितरण की समीक्षा प्रखंडवार की गई जी०आर वितरण से संबंधित डाटा एंट्री के कार्य में जिन अंचलों का प्रदर्शन लचर था, उनके अधिकारी को फटकार लगाई गई।निर्देश दिया गया कि दो दिन के अंदर निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना सुनिश्चित करें। डेटा एंट्री के कार्यों में गति लाएं।
अंचल अधिकारी- औराई, पारु और बंदरा से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया। पारू अंचल द्वारा पिछले एक सप्ताह में डेटा एंट्री का कार्य नील रहा ।इसे बाढ़ जैसे अति संवेदनशील कार्यों में उदासीनता बरतना और घोर लापरवाही मानते हुए अंचलाधिकारी पारू से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया । 24 घंटे के अंदर उन्हें जवाब देने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि जीआर राशि के वितरण में लापरवाही किसी भी स्तर पर नजर आती है तो संबंधित पर जिम्मेदारी फिक्स की जाएगी। जांचोपरांत दोषी पाए जाने पर प्राथमिकी भी दर्ज की जा सकती है। बैठक में सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि खाद्यान्न एवं नाव/ नाविकों का भुगतान इस माह के अंत तक हर- हाल में करना सुनिश्चित करें ।
प्रखंडों के वरीय प्रभारी अधिकारियों को भी जीआर राशि वितरण एवं नाव/नाविकों के भुगतान को लेकर जिम्मेदारी दी गई है एवं निर्देश दिया गया है कि वे इन कार्यो का सतत अनुश्रवण करना सुनिश्चित करें। बैठक में अपर समाहर्ता राजेश कुमार, अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मोहम्मद फैयाज अख्तर, जिला जन-संपर्क अधिकारी कमल सिंह, सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई, उदय कुमार झा उपस्थित थे एवं सभी प्रखंडों के बीडीओ/सीओ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।
बाबा बैद्यनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन की मिली अनुमति
मुजफ्फरपुर : देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन और पूजा की सुविधा आज से बहाल कर दी गई है। सुप्रीम कोर्ट और जिला प्रशासन के प्रस्ताव पर राज्य स्तरीय कमिटी ने यह निर्णय लिया है। कोविड-19 से बचाव की सभी आवश्यक सावधानियां बरतते हुए प्रतिदिन सुबह 6 बजे से 10 बजे तक सिर्फ चार घंटे ही लोगों को दर्शन और पूजा की सुविधा दी जाएगी। लिए गए निर्णय के अनुसार प्रति घंटा सिर्फ 50 लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए कतारबद्ध हो कर पूजा कराया जाएगा।
इस तरह मात्र 200 श्रद्धालु ही रोज पूजा और दर्शन कर पाएंगे।फिलहाल दर्शन और पूजा की यह सुविधा सिर्फ झारखंड के लोगों को ही दी जा रही है।इसके लिए दूसरे राज्यों से पूजा करने देवघर आने वालों को देवघर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।ऑन लाईन इंट्री पास के जरिये लोगों को यह सुविधा दी जाएगी।लंबे अरसे के बाद मंदिर में दर्शन और पूजा की सुविधा बहाल होने के अवसर पर देवघर के उपायुक्त,एसपी सहित सभी संबंधित अधिकारी मंदिर में मौजूद थे।बाबा मंदिर में दर्शन और पूजा की सुविधा बहाल होने से स्थानीय पुरोहितों और श्रद्धालुओं में काफी खुशी है।श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ से पूरी दुनिया की कोरोना से मुक्ति की कामना कर रहे है।
सुनील कुमार अकेला