थर्मोकॉल की नाव बना सुरक्षित स्थान पर जा रहे लोग
मुज़फ़्फ़रपुर : बागमती व लखनदेई नदी के जलस्तर बढ़ने से कई गांव बाढ़ की चपेट में ा गए है, वर्षो से उपेक्षित बभनगामा के लोगों को इस त्रासदी के समय सरकार से कोई मदद नहीं मिलाने पर नाराज़ है, न ही गांव वालों के लिए कोई नाव की ही व्यवस्था की गई है।
सभी ग्रामीण कर्ज लेकर थर्माकोल की नाव बनाकर खतरों के बीच जिंदगी बचाने की संघर्ष कर रहे है। जरूरी सामान समेत बकड़ी तक एक ही थर्माकोल वाली नाव पर लेकर लहरों के बीच आ रहे उपेंद्र सहनी की यह तस्वीर काफी विचलित कर रही है।
ग्रामीण अवधेश कुमार बताते है कि बाढ़ के कारण सभी लोगों का सामान घरों के अंदर फंसा हुआ है। कोई पदाधिकारी यहां के लोगों की स्थिति जानने तक नहीं आए न कोई सरकारी नाव की व्यवस्था की गई है।
सिस्टम की खुली पोल जलमग्न हुआ शहर
मुज़फ़्फ़रपुर : भारी बारिश ने विकास के सारे दावे की पोल खोल दी है, मुख्य सड़क एवं गल्ली मोहल्ले जलमग्न हो गए है। कार्यकर्ता जेसीबी, ट्रैक्टर एवं मजदूरों के साथ आज शनिवार को दिनभर नाले की उड़ाही करते नजर आए।
इस दौरान एक प्रशिद्ध डॉक्टर जिनके घर मे कमर भर पानी है जेसीबी की आवाज सुनकर सड़क पर निकल इस कार्य की सराहना की वही नगर निगम एवं प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली।
सरकारी व्यवस्था और निगम की विफलता के बाद एक सामाजिक कार्यकर्ता ने जेसीबी ट्रैक्टर एव मजदूरों की टोली लेकर जन सहयोग से मुज़फ़्फ़रपुर में जलजमाव की समस्या में जुटे हुए है।
बाढ़ से त्रस्त लोगों ने किया सड़क जाम
मुजफ्फरपुर : जिले के गायघाट प्रखंड में बाढ़ के पानी का फैलाव तेजी से नए इलाके में हो रहा है। पूर्वी क्षेत्र की पंचायतों में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है। सियारी नदी के नजीरपुर में रिंग बांध टूटने से कांटा पंचायत का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। गायघाट का अधिकतर पंचायत बाढ़ की चपेट में आ चुकी है।
केवटसा पंचायत के रमौली में बाढ़ पीड़ित ने रमौली चौक के समीप एनएच को जाम कर दिया है। वही कटरा प्रखंड में नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव से बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें और बढ़ गई है। एक पंचायत से दूसरे पंचायत में जाने की समस्या है। खाद्दन सामग्री लाने के लिए घंटों नाव का इंतजार करना पड़ रहा है। चारों तरफ पानी ही पानी। बांध के भीतर और बाहर के गांव सभी पानी से एक समान हो गया ।प्रखंड के 16 पंचायत के डेढ़ लाख की आबादी का प्रखंड का जिला मुख्यालय से संपर्क बाधित रहा।वही बूढ़ी गंडक में अचानक जलस्तर बढ़ने से तटीय मोहल्लों में रहने वाले हजारों परिवारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। तेजी से पानी बढ़ने से बड़ी संख्या में लोगों ने अपने अपने घरों में ताला जड़ सुरक्षित ठिकानों की ओर रूख किया। जलस्तर बढ़ने की तेज होती रफ्तार व रूक-रूक कर हो रही वर्षा से मोहल्लों में अफरातफरी मची रही।
पानी खतरे के निशान पार करने की सूचना से मोहल्लों में हड़कंप मचा रहा। शहर स्थित अखाड़ाघाट, सिकंदरपुर, शेखपुर ढ़ाब, झीलनगर, कर्पूरीनगर, आश्रमघाट, लकड़ीढ़ाई, नाजिरपुर व चंदवारा समेत दर्जनभर से अधिक मोहल्लों से हजारों लोगों ने पलायन किया है।
40 बोतल विदेशी शराब बरामद
मुजफ्फरपुर : जिले में आज शनिवार को 40 बोतल विदेशी शराब बरामद की गई है। शहर के नगर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत नई बाज़ार मोहल्ले में छापेमारी के दौरान शराब की बरामदगी की गई।
छापेमारी के दौरान नगर प्रभारी के साथ क्यूआरटी प्रभारी, महिला थाना प्रभारी इत्यादि लोग मौके पर मौजूद थे। शराब की बरामदगी के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
55 लीटर कच्चा स्प्रीट के साथ महिला गिरफ़्तार
मुज़फ़्फ़रपुर : जिले के मुशहरी थाना अंतर्गत छपड़ा गांव से पुलिस ने 55 लीटर कच्चा स्प्रीट के साथ एक महिला को गिरफ़्तार किया है। गिरफ़्तार महिला के पति का नाम भरत शाह है ।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए डीएम ने की बैठक
मुजफ्फरपुर :कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और उस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन की कवायद जारी है। इस क्रम में आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में निजी अस्पतालों के प्रबंधकों, आई एम ए के प्रतिनिधियों तथा ड्रग्स एंड केमिस्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई ।
बैठक में आई एम ए के प्रतिनिधियों तथा ड्रग्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के द्वारा कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से उत्पन्न संकट से निपटने के मद्देनजर प्रशासन को हर तरह से सहयोग करने की बात कही गई ।उनके द्वारा कहा गया कि संकट की इस घड़ी में हम सभी जिला प्रशासन के साथ हैं ।मालूम हो कि अत्यधिक संख्या में चिकित्सक भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। धीरे धीरे अब वे स्वस्थ हो अपने दायित्वों को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। संकट की इस घड़ी में बंद पड़े अस्पताल भी धीरे-धीरे खुल रहे हैं।
जिलाधिकारी द्वारा संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया कि निजी अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं को शुरू की जाए। इमरजेंसी के साथ-साथ ओपीडी भी अपना कार्य करें ताकि आम -आवाम को चिकित्सा सुविधा मयस्सर हो सके । उन्हें परेशानियों से रूबरू ना होना पड़े। आईएमए के प्रतिनिधियों ने कहा कि इमरजेंसी सेवाएं बहुत हद तक शुरू कर दी गई हैं ।ओपीडी सेवा भी धीरे-धीरे बहाल कर दी जाएंगी। कोरोना के गंभीर रोगियों का इलाज निजी अस्पतालों में हो इसके लिए इलाज हेतु निजी अस्पतालों में निर्धारित बेड आरक्षित किए जाएं ,इस बिंदु पर भी विचार विमर्श किया गया। इस संबंध में आईएमए के द्वारा एक सप्ताह का समय मांगा गया है। बेडों के आरक्षण को लेकर उनका कहना था कि अन्य रोगियों के इलाज में कठिनाई उत्पन्न हो सकती है लिहाजा पूरे अस्पताल को ही कोरोना अस्पताल के रूप में रखा जाए तो बेहतर होगा ।उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि संकट की इस अभियान में हम प्रशासन के साथ है।ड्रग्स एसोसिएशन के द्वारा बताया गया कि कुछ दवाइयां जो महत्वपूर्ण है लोग उसकी खरीदारी आवश्यकता से अधिक कर रहे हैं। जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह ने जिले वासियों से अपील की है कि आवश्यकता के अनुरूप ही इन दवाओं की खरीदारी करें ।पैनिक होकर दवाओं को नहीं खरीदे। विटामिन सी या अन्य आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में जिले में उपलब्ध है ।ना तो उनके प्रोडक्शन में कोई दिक्कत है और ना ही उनके ट्रांसपोर्टेशन में कोई प्रॉब्लम है। सभी जरूरी दवाओं की उपलब्धता जिले में पर्याप्त है।
सुनील कुमार अकेला