विधानसभा चुनाव की तैयारियों को ले अधिकारियों ने की समीक्षा
मुज़फ्फरपुर : आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को ले सम्बंधित तैयारियों की समीक्षा भारत निर्वाचन आयोग के पदाधिकारियों द्वारा स्थानीय ब्लू डायमंड होटल में की गई। भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त चंद्र भूषण कुमार, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार एचआर श्रीनिवास, शरद चंद्र भारतीय सूचना सेवा, पंकज श्रीवास्तव निदेशक-व्यय( राजस्व सेवा) के द्वारा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में तिरहुत, कोशी और दरभंगा प्रमंडल के सभी 12 जिलों के सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, एडीजी, मुख्यालय जितेंद्र कुमार के साथ तीनो प्रमंडल के प्रमंडलीय आयुक्त,आईजी उपस्थित थे।
बैठक में विधानसभा चुनाव से जुड़े सभी बिंदुओं की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिए गए।वी वी पैट/ ईवीएम का एफसीएल, ईवीएम की सुरक्षा,मतदान केंद्रों, सभी बूथों पर उपलब्ध कराये जानेवाली सुविधाओं का आकलन, सहायक मतदान केंद्र, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा व कार्य की प्रगति की समीक्षा की गई। सभी जिलों में पीडब्ल्यूडी वोटर्स की संख्या की जानकारी आयोग द्वारा ली गई। साथ ही निर्देश दिया गया कि दिव्यांग मतदाताओं की सहभागिता सौ फीसदी सुनिश्चित हो इस बाबत प्रभावकारी कार्ययोजना का क्रियान्वयन करना सुनिश्चित की जाय। मूल मतदान केंद्र और इससे संबंधित सहायक मतदान केन्द्रों की भी बारी-बारी से समीक्षा की गई।
कोविड-19 के परिपेक्ष्य में मतदान केंद्रों पर क्राउड मैनेजमेंट के लिए बनाई गई प्लानिंग के बारे में सभी डीईओ से जानकारी प्राप्त की गई और निर्देश दिया गया कि आयोग के द्वारा कोविड-19 से संबंधित जारी किए गए विस्तृत दिशा -निर्देश का अनुपालन किया जाय। मतदान केंद्रों पर बनाए जाने वाले हेल्पडेस्क के बारे में भी निर्देशित किया गया । निर्देश दिया गया कि जिन भवनों पर बूथों की संख्या अधिक है वहां एग्जिट एवं एंट्री प्वाइंट बनाना सुनिश्चित किया जाए। कोविड-19 को लेकर जिला स्तरीय नोडल पदाधिकारी तथा विधानसभा वार नोडल पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की भी जानकारी प्राप्त की गई। स्वीप के तहत निर्देश दिया गया कि मतदाता जागरूकता को लेकर की जाने वाली गतिविधियों को सोशल मीडिया पर पोस्ट करें।बीएलओ,आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका, आशा, जीविका इत्यादि को मतदाता जागरूकता के साथ कोविड-19 को लेकर जागरूकता अभियान में भी इन्वॉल्व किया जाय।बैठक में प्रत्येक जिला से मतदाता सूची में आगंतुक श्रमिकों के निबंधन के बारे में जिलावार जानकारी प्राप्त की गई ।मतदान केंद्रों पर ए एम एफ की सुविधा की जानकारी भी प्राप्त की गई।
बैठक में सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा गया कि कोविड-19 को लेकर की जा रही व्यवस्था से आम जनमानस को अवगत कराना सुनिश्चित की जाय साथ ही इस संबंध में विशेष प्रचार- प्रसार करावें। बैठक में मतदान कर्मियों की उपलब्धता, पी०ओ P1 ,P2,p3 ,पीसीसीपी,सेक्टर जोनल ,सुपर जोनल ,माइक्रो ऑब्जर्वर के संबंध में सभी जिलों से जानकारी प्राप्त की गई। संवेदनशील बूथों,जेंडर अनुपात,प्रशिक्षण, चुनाव को लेकर परिवहन व्यवस्था.व्यय अनुश्रवण ,एमसीएमसी, मतगणना केंद्र की व्यवस्था, आदर्श आचार संहिता, कम्युनिकेशन प्लान इत्यादि के साथ-साथ विधि व्यवस्था, लंबित वारंट एवं कुर्की का निष्पादन इत्यादि की भी समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिए गए।
पत्रकारों के साथ हो रहे अन्यायों के ख़िलाफ़ एनयूजे ने दिया धरना
मुजफ्फरपुर : पत्रकारों की छंटनी और झूठे मुकदमों में फंसाने, गिरफ्तार करने के खिलाफ मुज़फ़्फ़रपुर में ‘एनयूजे बिहार’ के तत्वावधान में मुज़फ़्फ़रपुर इकाई के पत्रकारों का धरना ।
देशभर में हो रहे पत्रकारों पर हमले, फर्जी मुकदमों में फंसाने की कार्रवाई और कोरोना व लॉकडाउन के नाम पर मीडिया घरानों द्वारा पत्रकारों की बड़े पैमाने पर की गई छंटनी के विरोध में मंगलवार को खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर ‘एन यू जे, बिहार’ के तत्वावधान में मुज़फ़्फ़रपुर जिला इकाई द्वारा धरना दिया गया।
इस दौरान “पत्रकारों पर हमले बंद करो”, “पत्रकारों की छंटनी वापस लो” और “गिरफ्तार पत्रकार को रिहा करो” “झूठे मुकदमे वापस लो”,जैसे नारे भी लगाए।
धरना में नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट, बिहार(एन यू जे, बिहार) के सदस्य ऋतेश अनुपम ने बताया कि यह विरोध मार्च सांकेतिक है। इसके बाद भी अगर मीडिया प्रबंधन द्वारा पत्रकारों की अवैध तथा अनैतिक छटनी नहीं रोकी गई तो अखबार के दफ्तरों के आगे धरना प्रदर्शन किया जाएगा। पत्रकारों की छंटनी रोकने और छंटनी किए गए पत्रकारों की सेवा पुनः बहाल करने को लेकर प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सारे प्रबंधन को पत्रकार परिसंघ की ओर से चिट्ठी लिखी जाएगी।
उन्होंने बताया कि एन यू जे, बिहार राज्य सरकार से मांग करता है की हाल के समय में पत्रकारों पर एक के बाद एक कई जानलेवा हमले हुए हैं। त्रिवेणीगंज (सुपौल), वैशाली, सिवान आदि कई जगहों पर पत्रकारों के खिलाफ झूठे मुकदमे और उन पर हुए हमलों को लेकर पुलिस प्रशासन का रवैया सुस्त रहा है। अगर पत्रकारों पर हमले नहीं रुके तथा झूठे व फर्जी मुकदमों को वापस नहीं लिया गया तो एन यू जे, बिहार क्रमवार तरीके से आंदोलनात्मक रुख अख्तियार कर विरोध प्रस्तुत करेगा। इस सम्बंध में राज्यपाल के जरिये केंद्रीय गृहमंत्री को भी ज्ञापन दिया जाएगा।
विरोध मार्च में शामिल पत्रकारों में वरिष्ठ पत्रकार अजय शाही,अजय कुमार पांडेय, संजीव कुमार,प्रवीण ठाकुर, मनोज कुमार,संतोष तिवारी, सुनील कुमार अकेला शाही ,मुकेश चौरसिया, शीला चंद्रा,नीरज कुमार,अरविंद अकेला,अभिषेक कुमार,अमर ओझा,संदीप कुमार,इरशाद आजम,राहुल कुमार,विकाश मिश्रा, मोहम्मद खालिक अन्य लोग मौजूद रहे।
सुनील कुमार अकेला