10 जुलाई : मुज़फ़्फ़रपुर की मुख्य ख़बरें

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मुज़फ़्फ़रपुर की मुख्य ख़बरें

सड़क पर धान रोप लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन

मुजफ्फरपुर : जलजमाव की समस्या से परेशान लोगों ने शहर के मोतीझील में सड़क पर धान रोपा कर आक्रोश व्यक्त किया साथ ही नगर विकाश मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।

शहर में जलजमाव की समस्या को लेकर गरीब जनक्रांति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर हुए जलजमाव में उतरकर धान रोपनी कर विरोध जताया। कार्यकर्ताओ ने मोतीझील में बीच सड़क पर धान रोपा और जिला प्रशासन, नगर विकाश मंत्री सुरेश शर्मा, सांसद अजय निषाद के खिलाफ नारेबाजी किया।

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प्रदर्शन कर रहे गजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास कृष्ण कवि ने कहा कि कई वर्षों से शहर के कई इलाको में हो रहे जलजमाव से आम जनता को काफी समस्या हो रही है। जल जमाव से लोगो का ब्यवसाय चौपट हो गया है। हल्की वारिस में शहर डूब जाता है। लोगो को पैदल चलना मुश्किल हो गया है। लेकिन यहां के सांसद, विधायक सह मंत्री को दिखाई नही दे रहा है।हर साल बरसात के मौसम में सड़क पर जल जमाव की समस्या से लोगो निजात मिलने की आस्वासन दिया जाता है लेकिन इसका निदान नही किया जाता है। लोगों ने जलजमाव की समस्या से निजात नहीं मिलाने पर स्थानीय विधायक को आगामी चुनाव में सबक सिखाने की भी बात कही।

उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर, भारी बारिश को ले प्रशासन अलर्ट

मुज़फ़्फ़रपुर : मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे में भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की है, जिसको ले प्रशासन अलर्ट पर है। उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर है। साथ ही भारी बारिश की संभावना ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।

डीएम ने नदी किनारे के सभी प्रखण्ड पदाधिकारियों को हाई अलर्ट एवं संभावित बाढ़ के खतरे से बचाव के लिए सभी तैयारियो के निर्देश दे दिए है वही उन इलाकों के जन प्रतिनिधियों को भिंतैयार रहने को कहा कहा है साथ ही जनता को भी सतर्क कर दिया है।

नेपाल के तराई इलाको में भारी वर्षा से सबसे ज्यादा प्रभावित बागमती नहीं होती है और इसके आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। नदियों के जल स्तर में हो रहे वृद्धि के बीच भाड़ी वर्षा की अलर्ट से नदी किनारे वाले इलाकों के लोगो की बेचैनी बढा दी है तो वही प्रशासन भी अपने स्तर से हाई अलर्ट हो गयी है।

आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा अगले दो तीन दिनों में भारी बारिश के अलर्ट से बाढ़ क्षेत्र के लोगों की चिंता बढ़ी हुई है। वहीं, आपदा प्रबंधन व जल संसाधन विभाग की टीमों को अलर्ट मोड में रखा गया है। मुजफ्फरपुर में बागमती और लखनदेई के जलस्तर में वृद्धि से खासकर औराई और कटरा के लोगों की बेचैनी बढा दी है।

औराई में लखनदेई के टूटे तटबंध से रिसाव होने लगा है इससे लोगों में भय बढ़ता जा रहा है। विभाग ने मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर में बू़ढी गंडक व जिले में बहती गंडक के जलस्ततर में बढ़ोतरी दर्ज की है। सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक का जलस्तर 48.91 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां खतरे का निशान 52.53 मीटर पर है। रेवाघाट में गंडक का जलस्तर 53.07 मीटर पर रिकार्ड किया गया, यहां खतरे का निशान 54.41 मीटर पर है।

वही नदियों के जलस्तर में हो रहे वृद्धि एवं भारी वारिस के अलर्ट पर मुज़फ़्फ़रपुर के जिलापदाधिकारी डॉ चन्द्र शेखर सिंह ने बताया कि हमलोगों को अलर्ट मिला हुआ है कि 9 तारीख से लेकर 12 तारीख तक भारी वर्षा की संभावना है ।नेपाल के तराई इलाके में वर्षा होने के कारण हमलोगों की जो नदिया है बागमती गंडक और बूढ़ी गंडक बागमती का खासकर विशेष रूप से अलर्ट मिला हुआ है।उस हिसाब से जो प्रखण्ड हमारे नदीयो के किनारे है हमलोगों ने उन्हें अलर्ट कर दिया है सभी पदाधिकारियों को अलर्ट कर दिया है। न

सुनील कुमार अकेला

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