छपरा : सारण शहर के मालखाना चौक स्थित अंबेडकर भवन में वीरांगना झलकारी बाई की 188 वीं जयंती मनाई गयी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप मे सारण प्रमंडल के कमिश्नर नर्मदेश्वर लाल ने दीप जलाकर वीरांगना के चित्र पर माल्यार्पण किया व अंबेडकर की मूर्ति को माला पहनाया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 1830 में भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम यानी सिपाही विद्रोह में झलकरी बाई का अहम योगदान था। आज हम लोग उनकी जयंती मना रहे हैं। हम लोगों को उनके जज्बे को और उनकी भक्ति को, उनके देशप्रेम को और उनके समर्पण को अपने जीवन में उतारने की जरूरत है। वे ऐसी वीरांगना थीं जो बाघ और चीता से कुल्हाड़ी के सहारे भिड़ जाती थी। इस मौके पर उन्होंने पिछले वर्ष भोपाल में महामहिम रामनाथ गोविंद के द्वारा वीरांगना झलकारी बाई की प्रतिमा अनावरण की भी चर्चा की। इस अवसर पर अन्य अतिथियों में योगेंद्र शर्मा धर्म नाथ जी शेखर जी सामाजिक कार्यकर्ता देवेश नाथ दीक्षित मौजूद थे।
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