नवादा : बिहार में इस वर्ष समूचा नवादा जिला खेती के लिहाज से सूखा झेल रहा है। जैसे—तैसे किसानों ने कुछ खेती की लेकिन बारिश की बेवफाई के बाद अब वे एक नई आफत से जूझ रहे हैं। रोह प्रखंड क्षेत्र के सम्हरीगढ़ पंचायत के गांवों में इन दिनों किसानो को नीलगाय के आतंक ने परेशान कर रखा है। झुंड मे आकर नीलगाय फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इलाके के सम्हरीगढ़, जलालपुर, केवलविगहा, दोसूत, विहटा आदि कई गांवों के किसान नीलगाय द्वारा फसल नष्ट कर दिए जाने से काफी परेशान हैं । सम्हरीगढ़ गांव के किसान श्री चन्द्र माहतो, गोपाल सिंह जलालपुर गांव के विजय सिंह धीरज सिंह, विरेंद्र सिंह, परशुराम सिंह ने कहा कि धान, हरी सब्जियां, तेलहन, आलू, अरहर आदि की फसलों पर नीलगायों की सेना प्रतिदिन टूट पड़ रही है और उन्हें नष्ट कर दे रही है। एक साथ 30 से 40 नीलगाय खेतों में प्रवेश करती हैं। वे फसलों को चरने के अलावा बर्बाद भी कर देती हैं। कई किसानों के उपर कर्ज का बोझ है। बैंक से ऋण लेकर उन्होंने खेती की है। उन्हें ऐसा लग रहा है कि फसल बर्बाद हो जाने के बाद ऋण चुकता करना भी मुश्किल हो जाएगा।
किसानों के सामने काफी मुश्किल स्थिति उत्पन्न हो गई है। किसानों को कुछ ही दिन में लगाने वाली फसल की चिंता सताने लगी है अब नीलगायों की इस नई आफत से कैसे बचें।
किसान लाल कुमार कहते हैं कि वन विभाग को कई बार मौखिक सूचना देने के वावजूद कोई उपाय नहीं किया गया। अगर किसान भाई नीलगाय को मारते हैं तो उनके साथ कानूनी कार्रवाही शुरू कर दी जाती है। ऐसे में किसान भुखमरी के कगार पर आ जाएंगे। इसपर हमारे जिलाधिकारी महोदय कोई उपाय निकालें जिससे नीलगायों से छुटकारा मिले। इस बावत वन प्रमंडल पदाधिकारी आलोक कुमार ने कहा कि किसान भाई नीलगाय से हुई फसल के नुकसान का विडियोग्राफी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दें। तब हमारी टीम द्वारा जांच कर नियमानुसार सरकार से क्षतिपूर्ति मुआवजा दिलाएगी।
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