डोरीगंज : डोरीगंज थाना क्षेत्र के चिरान्द ग्राम स्थित प्रसिद्ध बंगाली बाबा घाट पर आज रविवार की सुबह 6:00 बजे स्नान करने गए एक युवक पैर फिसलने से नदी में गिर गया जिसे बचाने के लिए घाट पर उपस्थित तीन उतरे वे भी डूबने लगे चारों को डूबता देख नदी किनारे खड़ा रामजतन माझी का पुत्र गुहारी माझी अपनी जान पर खेलकर तीन लोगों को बचा लिया। लेकिन, चौथे को बचाने में वह असफल रहा।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव निवासी उपेंद्र सिंह का 18 वर्षीय पुत्र गोलू कुमार अपने साथियों के साथ सेना में बहाली को लेकर दौड़ लगा रहा था। उसी क्रम में उसके दोस्तों द्वारा बंगाली बाबा घाट पर स्नान करने की प्रोग्राम बनी और 7-8 लड़के स्नान करने बंगाली बाबा घाट पहुंच गए।
सुबह के लगभग 6:00 बजे बंगाली बाबा घाट के पूरब स्थित घाट, जो महिलाओं के लिए बना हुआ है, शांत देख कर स्नान करने उन्हें घाट की गहराई का अंदाजा नहीं होने के कारण देखते ही देखते गोलू डूबने लगा जिस को बचाने के लिए उसके अन्य साथी पानी में उतरे और वह भी डूबने लगे। गनीमत थी कि स्थानीय युवक गुहारी की नजर उस पर पड़ी और तीन युवकों की जान बच गई।
डोरीगंज थानाध्यक्ष ओम प्रकाश चौहान घटनास्थल पर पहुंचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी थानाध्यक्ष तथा अंचलाधिकारी द्वारा एनडीआरएफ की टीम बुला शव की तलाशी की जा रही है, पर समाचार प्रेषण तक शव नहीं मिल पाया है।
स्थानीय शंकर पासवान, जजन राय, बिंदेश्वरी राय, शिवजी राय, मोहन पासवान ने बताया कि प्रशासन को बाढ़ के दिनों में उक्त घाट को सील कर देना चाहिए ताकि दोबारा ऐसी घटना ना हो। लोगों ने बताया कि कई लोगों की जान इस घाट पर हो गई है, सावन-भादो के दिनों में उक्त घाट काफी खतरनाक हो जाता है और अनजान आदमी अच्छा घाट समझ कर स्नान करने जाते है और डूब जाते है, समाचार प्रेषण तक सदर अंचलाधिकारी सत्येन्द्र सिंह, डोरीगंज थानाध्यक्ष ओमप्रकाश चौहान तथा एनडीआरएफ की टीम कैंप किए हुए है।